बसपा सुप्रीमों मायावती के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह को पुलिस न गिरफ्तार कर लिया है। यूपी गालीकांड के आरोपी दयाशंकर को यूपी एसटीएफ ने बिहार के बक्सर जिले से गिरफ्तार किया है।
जारी हुआ है गैर जमानती वारंटः
- इससे पहले लखनऊ की सीजेएम कोर्ट ने दयाशंकर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था।
- वही, कल हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने दयाशंकर के वकील की स्टे याचिका खारिज कर दी थी।
- मायावती के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी करने वाले दयाशंकर के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज है।
- बसपा सुप्रीमों मायावती पर अभद्र टिप्पणी करने वाले भाजपा से निष्कासित दयाशंकर सिंह पर पुलिस का शिकंजा कसता जा रहा था।
- फरार चल रहे दयाशंकर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद से पुलिस लखनऊ स्थित उनके घर पर कुर्की की तैयारी कर रही थी।
- मालूम हो कि लखनऊ के हजरतगंज कोतवाली में बसपा सुप्रीमों के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने का मामला दर्ज होने के बाद से ही दयाशंकर फरार चल रहा है।
- यूपी पुलिस की कई टीमें पिछले कई दिनों से दयाशंकर सिंह की तलाश में सरगर्मी से तलाश कर रहीं थी।
कल ही रवाना हुई थी एसटीएफ की दो टीमेः
- यूपी एसटीएफ ने बिहार पुलिस की मदद से दयाशंकर सिंह को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
- दयाशंकर बिहार के बक्सर का मूल निवासी है, और बलिया में उसका ननिहाल है।
- सूत्रों के हवाले से खबर है कि कल रात ही एसटीएफ की दो टीमें पटना के लिए रवाना हो गईं थी।
- पटना के बाद एसटीएफ की दूसरी टीम ने बक्सर से दयाशंकर को गिफ्तार करने में सफलता हासिल की।
- एसटीएफ के एडिशनल एसपी एस आनंद की टीम ने बक्सर से दयाशंकर को गिरफ्तार किया।
मुख्यमंत्री ने दिये थे गिरफ्तारी के आदेशः
- बसपा सुप्रीमो के खिलाफ अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल करने के कारण बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और समर्थकों ने भाजपा नेता की गिरफ़्तारी की मांग की थी।
- जिसके बाद खुद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भाजपा नेता दयाशंकर को गिरफ्तार करने के आदेश दिए थे।
- जिसके बाद पुलिस द्वारा उनके लखनऊ और बलिया आवास पर दबिश दी थी, जहाँ नेता दयाशंकर मौजूद नहीं थे।