बसपा सुप्रीमों मायावती के खिलाफ बेहद आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले भारतीय जनता पार्टी के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह अब अपनी गिरफ्तारी से बचने की जुगत में लगे हुए हैं। लखनऊ की सीजेएम कोर्ट ने बीएसपी प्रमुख मायावती के बारे में अपशब्द कहने वाले बीजेपी के निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह के खिलाफ गैर जमानती वॉरंट जारी कर दिया गया है।
- दयाशंकर सिंह के वकील ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दायर की है।
- बताया जा रहा है कि हाईकोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई के लिए 28 जुलाई की तारीख दी है।
- मायावती के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी करने वाले दयाशंकर के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज है।
- कल ही दयाशंकर के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है।
- इसके बाद से ही दयाशंकर का पक्ष गिरफ्तारी से बचने के रास्ते तलाश रहा है।
- इसी के तहत दयाशंकर के वकील ने हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में स्टे की याचिका डाली है।
अब भी पकड़ से बाहरः
विवेचना के दौरान दयाशंकर की गिरफ्तारी के लिए उनके मूल निवास निवास और कैसरबाग स्थित उनके स्थानीय निवास सहित अन्य संभावित ठिकानों पर तलाश और दबिश दी जा रही है, लेकिन वो पकड़ से बाहर है। दयाशंकर सिंह ने अभी तक अदालत में आत्मसमर्पण भी नहीं किया है।
मामला अति महत्वपूर्णः
सीओ ने जोर देकर कहा कि मामला अति महत्वपूर्ण है ऐसी स्थिति में अदालत से गिरफ्तारी वारंट प्राप्त किया जाना आवश्यक है। लिहाजा अभियुक्त के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी करने का आदेश दिया जाए। अर्जी पर गौर करने के बाद कोर्ट ने पुलिस की अर्जी मंजूर कर ली।