एक तरफ जहाँ कुछ पत्नियां अपनी पति की दीर्घायु के लिए करवा चौथ का ब्रत रखती हैं वहीँ कुछ कलयुगी पत्नियां चंद रुपयों की खातिर अपने पति को जीते जी मृत घोषित करने में लगी हुई हैं. दरअसल सरकार द्वारा विधवाओं और बेवाओं को आर्थिक लाभ दिया जाता है. इसके पाने के चक्कर में कुछ कलयुगी पत्नियां अपने पति के मृत्यु प्रमाण पत्र लगा कर प्रशासन से रुपये हड़पने में लगी हुई हैं. गौरतलब हो कि विभागीय कर्मचारियों और दलालो के रैकेट के साथ मिलकर इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया जा रहा है. मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन के होश उड़े हुए हैं.
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ये है पूरा मामला-
- कानपुर के बिल्हौर ब्लाक में जीवित पति को मृत दिखाकर महिला ने प्रशासन से रुपये हड़प लिए.
- पैसे के लालच में पत्नियों ने सुहागिन होकर विधवा का चोला ओढ़ लिया.
- इस तरह के मामले तब सामने आए जब सीडीओ ‘CDO’ ने लेखपालों से फिर से पारिवारिक लाभ की जांच कराई है.
- ज्ञातव्य हो कि पारिवारिक लाभ तभी मिलता है जब पति की मृत्यु हो जाती है.
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- ऐसे मामले की जॉच में 211 लाभार्थी अपात्र पाए गए है.
- जिसमें से सिर्फ बिल्हौर ब्लॉक से ही 9 महिलाओं ने अपने जीवित पति को मृत्यु दिखाया है.
- यही नही इस महिलाओं ने अपने पति को एक वर्ष की मृत्यु दिखाकर परिवाररिक कसभ की राशि तक हड़प ली.
- जांच में फर्जीवाड़ा पाए जाने के बाद समाज कल्याण विभाग सख्त कार्यवाही की जुगत में लगा हुआ है.
लेखपाल के हाथों में होता है प्रपत्रो और सर्वे का काम-
- बता दें कि ग्रामीण स्तर पर गरीबों के लिए चलाई जा रही योजनाओं की रीढ़ लेखपाल ही होते है.
- क्योंकि योजनाओं में आवेदन करने वाले लाभार्थी प्रपत्रो और सर्वे का काम इन्ही के हाथों होता है.
- ऐसे में ये जिसे चाहे पात्र और जिसे चाहे अपात्र बना देते है.
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- यही नही सरकार द्वारा चलाई जा रही परिवाररिक लाभ योजना में दलाल ,माफिया सक्रिय थे.
- जिनके चलते असली लाभार्थी भटक रहे हैं.
- जबकि नकली लाभार्थी फर्जी तरह से सरकारी योजनाओं को चुना लगा रहे है.
- इसमें सरकारी कर्मी भी शामिल हो सकते है.
- इस मामले में बिल्हौर एसडीएम विनीत सिंह ने इसे बडा गंभीर मुद्दा बताया है.
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- साथ ही जिन महिलाओं के पति जीवित है और वो पारिवारिक लाभ योजना का रुपया उठा रहे हैं.
- उनके खिलाफ मुकद्दमा दर्ज कर लिया गया है.
- बता दें इस दौरान 200 से ऊपर लोगो का इसी तरह फर्जी वाड़ा सामने आया है.
- जिनके खिलाफ भी कार्यवाही की जाएगी.
दलालों और माफियाओं के साथ मिल कर क्या जा रहा फर्जीवाड़ा-
- सुहागिन बनी विधवा महिलाओं के पास जब हमारी टीम पहुंची तो इन सभी के पति जिंदा मिले.
- इसके बावजूद पति को मृत दिखा कर 30000 रूपए का परिवाररिक लाभ उठाया गया है.
- बता दें कि ये फर्जीवाड़ा दलालों और माफियाओ के साथ मिलकर किया गया है.
- इस दौरान हमने आरोपी महिलाओं रामसिया, उर्मिला, गुड्डी से बात की.
- लेकिन ये आरोपी महिलायेन अपने आप को निर्दोष बता रही हैं.
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- इनका कहना है कि हमे गलत तरीके से फंसाया गया है.
- जबकि पारिवारिक लाभ प्राप्त करने के लिए इन महिलाओं के फोटो ,आधार कार्ड ,बैंक पासबुक , पति की मृत्यु प्रमाण पत्र आदि दस्तावेज लगे हुए है.
- साथ ही इनके खातों में सरकारी रुपया भी आ चुका है.
9 ब्लॉकों में ऐसे सैकड़ों मामले आए सामने-
- गौरतलब हो कि बिल्हौर घाटमपुर के लगभग 9 ब्लॉकों में सैकड़ो ऐसे मामले सामने आए है.
- जोकि चंद रुपयों के लालच में अपने पति को मृतक घोषित कर के सरकार से पैसे हड़प रहे है.
- जिसमें कई दलाल माफियाओ सहित कई विभागीय कर्मचारियों की सांठ गांठ से यह लाखो का फर्जीवाड़ा हुआ है.
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- वही 211 लोग जांच में अपात्र पाए गए है.
- जिनके खिलाफ भी जांच कर अभियोग थाने में पंजीकृत कराया जा रहा हैं.
- बता दें कि इनके खिलाफ फ्रॉड ,420 आदि कई तरह की कार्यवाही की जा रही है.