उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आलोक रंजन इस महीने अपने पद से सेवानिवृत्त हो गये, जिसके बाद शासन ने नए मुख्य सचिव के रूप में दीपक सिंघल की नियुक्ति कर दी है।
मुख्य सचिव कार्यालय जनता के लिए हमेशा खुला रहेगा:
- उत्तर प्रदेश का नया मुख्य सचिव 1982 बैच के प्रशासनिक अधिकारी दीपक सिंघल को बनाया गया है।
- जिन्होंने, प्रशासनिक अधिकारी आलोक रंजन का कार्यभार संभाला है।
- इस दौरान नवनियुक्त मुख्य सचिव दीपक सिंघल ने कहा कि, प्रदेश सरकार के विकास कार्यों को अधिक गति, निर्धारित मानक और गुणवत्ता के साथ दिए गए समय में पूरा किया जायेगा।
- इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, मुख्य सचिव कार्यालय आम जनता की समस्याओं को सुनने के लिए सदैव खुला रहेगा।
- मुख्य सचिव ने सूबे में अमन-चैन एवं खुशहाली का और अधिक बेहतर वातावरण को अपनी प्राथमिकता बताया।
- गौरतलब है कि, दीपक सिंघल प्रदेश सरकार के कई महत्वपूर्ण पदों जैसे कि, सिंचाई, गृह, ऊर्जा, पिकप, वाणिज्य कर विभागों के प्रमुख सचिव के रूप में कार्यभार संभाल चुके हैं।
- इसके अलावा दीपक सिंघल पूर्व मेरठ के आयुक्त और बरेली एवं आगरा के जिलाधिकारी भी रह चुके हैं।
प्रशासनिक अधिकारी प्रवीर कुमार को सौंपा गया था अतिरिक्त भार:
- पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन के बाद प्रशासनिक अधिकारी प्रवीर कुमार को सूबे का अतिरिक्त भार सौंपा गया था।
- लेकिन, अतिरिक्त भार सौंपने के बाद भी मुख्य सचिव दीपक सिंघल को बना दिया गया।
ईद के मौके पर बकरीद बोलने के कारण शासन ने किया हलाल:
- प्रशासनिक अधिकारी प्रवीर कुमार को अतिरिक्त भार सौंपने के बाद भी उन्हें मुख्य सचिव न बनाकर दीपक सिंघल को मुख्य सचिव का पद सौंप दिया गया।
- सूत्रों की मानें तो, प्रवीर कुमार से एक ऐसी गलती हो गयी, जिसकी समाजवादी सरकार के मुख्य सचिव से अपेक्षा नही की जा सकती थी।
- दरअसल, एक दिन पहले प्रवीर कुमार वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सभी जिलों के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ईद के चलते व्यवस्थाओं के सम्बन्ध में बात कर रहे थे, इस दौरान प्रवीर कुमार ईद के मौके पर बकरीद की मुबारकबाद दे बैठे।
- कई क्षेत्रीय न्यूज़ चैनलों ने इस कांफ्रेंसिंग की वीडियो फुटेज को भी चलाया था।
- सूत्रों के मुताबिक, प्रवीर कुमार की यह गलती सपा प्रमुख को बिलकुल भी रास नही आई।
- जिसके बाद मुख्य सचिव का पद दीपक सिंघल को सौंप दिया गया और प्रवीर कुमार को उनकी बकरीद की गलती पर हलाल कर दिया।