भाजपा की सरकार जब बनी तो भ्रष्टाचार को जड से खत्म करने की बात कही गई थी लेकिन भ्रष्टाचार कितना खत्म हुआ इसकी बानगी जनपद के एक भाजपा नेता के स्कूल मे देखने को मिला, जहां डीएलएड की एडमिशन और उसकी परिक्षा को लेकर फर्जीवाडा किया गया है.
स्कूल के खिलाफ अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन :
आज पीड़ित छात्रो ने जहां स्कूल पहुच कर प्रदर्शन किया. वही प्रदर्शन करने वाले सभी छात्रों ने एसडीएम को शिकायत पत्र भी सौपा।
बता दें डीएलएड के बाद छात्र टेट की परीक्षा दे सकता है.
इसलिये बहुत से छात्र भाजपा नेता जो कि स्कूल प्रबन्धक है के झांसे में आ गये पर जब उनको ये पता चला कि प्रबन्धक ने उनके साथ धोखा किया है तो उन्होंने स्कूल पर जमकर हंगामा किया।
गौरी शिक्षा निकेतन में अभ्यर्थियों से ली मनमानी फीस:
मामला जनपद गाजीपुर का हैं, जहाँ गौरी शिक्षा निकेतन में छात्रो को सीबीएसई के तहत शिक्षा देने का कार्य किया जाता है। इस विद्यालय के प्रबंधक राजेश्वर सिंह भाजपा के पुराने कार्यकर्ता मे शुमार है।
अपनी रसुख के दम पर इन्होने एनआईओएस से डीएलएड की मान्यता ले रखी है और फिर इसका विज्ञापन समाचार पत्रो मे छपवाया
विज्ञापन छपने के बाद प्राईवेट स्कुलो मे शिक्षा देने का कार्य कर रहे अनट्रेंड टीचर्स ने सरकारी टिचर बनने की चाहत के तहत आन लाईन एडमिशन लिया।
एडमिशन के तहत इस विद्यालय को अपना सेंटर बनवाया और यहां पर अपनी क्लास के लिये फीस भी जमा किया।
यही पर स्कुल प्रबंधक के द्वारा खेल किया गया। जो फीस 4000 जमा करानी चाहिये वो मनमाने तरीके से किसी से 7 तो किसी से 10 तो किसी से 15 जमा कराया गया।
एसडीएम को सौपा शिकायती पत्र:
सभी ने फीस भी जमा कर दी और उस वक्त इन्हे परिक्षा के समय पूरी सहुलियत देने की भी बात कही गई। लेकिन जब इनके परिक्षा का वक्त आया तो पता चला की इस विद्यालय को सेंटर बनाया ही नही गया। जिसके बाद से ही इन लोगो के होश उडे हुए है।
आज लोग अपना पैसा वापस लेने के लिये विद्यालय पहुंचे तो विद्यालय पर ना ही मैनेजर मिले और ना ही इन्हे प्रबंधक मिले। थक-हार कर सभी ने अपना शिकायत पत्र एसडीएम को सौपे।
जब इस मामले पर विद्यलय प्रबंधक का प़क्ष जानने का प्रयास किया तो उन्होने स्वीकार किया की वे इन लोगो से अपने हिसाब से पैसा ले चुके है। उन्होंने यह भी बताया कि छात्रों को बात करने के लिए 12 जुन को बुलाया गया था लेकिन सभी लोग पूर्व सूचना के आज ही आ गये है। उन्होने यह भी जताने की कोशिश किया की वे आरएसएस व भाजपा के कार्यकर्ता है।
वहीं इस मामले पर एसडीएम ने बताया की वे इस मामले की जांच कर रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौपेंगे।