सुल्तानपुर: यूनिवर्सिटी की लापरवाही,परीक्षा में ऐसे लोगों की कि गई तैनाती जो अब इस दुनिया में ही नहीं
- वैसे तो अभी तक आपने ये खबर देखी और सुनी होगी की कैसे सरकारी महकमा
- अपनी लापरवाही चलते जीवित व्यक्ति को मृत घोषित कर देता है ,
- और जीवित व्यक्ति अपने जिन्दा होने के सबूत लेकर आफिसों के चक्कर लगाता है की वो अभी जिन्दा है ,
- पर उसकी कोई नहीं सुनता है ,पर इन सरकारी कर्मचारियों से दो कदम आगे शिक्षण संस्थाये है
- ये संस्थाये मृतक अध्यपको के सहारे विश्व विद्यालयों की परीक्षा कराने का दम रखती है ,
- भले ही आप को सुनने में ये अटपटा लग रहा होगा पर यह सौ फीसदी सच है
- हम बात कर रहे उत्तर -प्रदेश के अवध क्षेत्र की जहाँ की मानी जानी विश्व विद्यालय
- डा.राम मनोहर लोहिया विश्व विद्यालय की परीक्षा आगमी 25 फरवरी से होनी है !
- विश्व विद्यालय ने इसके लिये सारी तैयारियां कर ली है
- परीक्षा को सफल बनाने के लिए मंडल में 397 कालेजों को बाकयदा परीक्षा केन्द्र बनाया गया
- परीक्षा में कोई कमी न रह जाये इसके लिये हर विद्यालयों में केंद्राध्यक्ष व् वाह्य परीक्षक बनाया गया है
- पर यह क्या विश्व विद्यालय ज्यादा अच्छा कार्य करने के चक्कर में उन अध्यपकों को केंद्राध्यक्ष व् वाह्य परीक्षक बना दिया
- जो की अपने सेवा से सेवानिवृत्त हो गये और तो और जो अब इस दुनिया में ही नहीं है !
- ऐसे में सवाल उठना लाजमी है की जिस विश्व विद्यालय से हर वर्ष हजारो की संख्या में छात्र -छात्राये डिग्रियां प्राप्त करते है
- जब उस विश्व विद्यालय का हाल ये है तो इस यूनिवर्सिटी का राम ही मालिक है !
सुल्तानपुर के कादीपुर विधानसभा क्षेत्र का ये विद्यालय
- पंडित रामचरित मिश्र महविद्यालय पड़ेला व् इसी क्षेत्र का एक और विद्यालय है
- सरस्वती महाविद्यालय कटसारी इन विधयलयो में आने वाली 25 फरवरी से विश्व विद्यालयों की परीक्षा होनी है
- इसके लिए बाकायदा इन विद्यालयों को परीक्षा के केन्द्र बनाया गया है
- और विश्व विद्यालय द्वारा परीक्षा को सफल बनाने के लिये
- केंद्राध्यक्ष और बाह्य निरीक्षक की तैनाती के लिये बाकयदा लिस्ट निकाल कर विध्य्लयो को सूचित कर दिया
- जब यह लिस्ट की जानकारी पं रामचरित्र मिश्रा पीजी कालेज के प्रबन्ध समिति के पास पहुंची तो उनके होश ही फाख्ता हो गये की विश्वविद्यालय द्वारा जो नाम केंद्राध्यक्ष व् वाह्य निरीक्षक के लिये भेजे गये थे
- वो अध्यापक न तो सेवा में है न ही जीवित है आनन -फानन में विद्यालयों ने
- इसकी जानकारी विश्वविद्यालयो को दी विद्यालय को दी !
- पं रामचरित्र मिश्रा पीजी कालेज अनुशासन समिति के अध्यक्ष योगेन्द्र तिवारी की माने तो विश्व विद्यालय परीक्षा को कराने के लिये तीन अध्यपकों का पैनल तैयार करती है
- उसमे से कोई एक अध्यापक परीक्षा को संपन्न करता है ,!
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