बिहार के मुजफ्फ़रपुर की तरह देवरिया के नारी संरक्षण केंद्र में देह व्यापार और मानव तस्करी का खुलासा होने के बाद यूपी की सियासत में भूचाल सा आ गया है. विपक्ष आक्रामक होकर जहाँ सरकार पर सवाल खड़ा कर रहा है वहीँ सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जांच के आदेश दे दिए है. मामले में संचालिका गिरिजा देवी सहित तीन की गिरफ्तारी हो चुकी है और एसपी देवरिया को दोषियों के खिलाफ़ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए है.
पार्टी ने किया सरकार का बचाव:
भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ल ने सरकार का बचाव करते हुए कहा की मामला रात में उजागर होते ही सरकार ने तुरंत कार्रवाई की और संचालिका गिरजा देवी समेत तीन की गिरफ्तारी की जा चुकी है और उनके खिलाफ़ दो एफआइआर दर्ज है.
जांच के आदेश दिए गए:
पार्टी प्रवक्ता ने बताया की सरकार ने रेणुका, प्रमुख सचिव बाल विकास एवं पुष्टाहार के नेतृत्व में जांच के आदेश दिए है. जांच के उपरान्त अन्य जो भी तथ्य सामने आयेंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी. योगी नादित्यानाथ की सरकार में किसी को भी महिला और बालकों से अपराध करने की छूट नहीं है.
सारे अपराधी पूर्व सरकार में फले-फूलें:
भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ल ने विपक्ष पर हमला बोलते हु८ए कहा की ये सारे अपराधी पूर्व की सरकार में पोषित और संरक्षित थे और उस दौरान ये फले-फूलें. विपक्ष के आरोपों पर पार्टी प्रवक्ता ने सरकार का बचाव करते हुए कहा की देवरिया का नारी संरक्षण गृह सात-आठ साल पुराना है और हमारी सरकार 19 मार्च 2017 को बनी और 31 जुलाई को हमने एक एफआईआर और किया था उनके ऊपर.
#EXCLUSIVE – #Lucknow – देवरिया प्रकरण में @BJP4UP प्रवक्ता @manishBJPUP का बयान. #DeoriaShelterHomeCase pic.twitter.com/htD2K8wblh
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) August 6, 2018
मुख्यमंत्री ने पहले ही लिखा था पत्र :
भाजपा प्रवक्ता ने कहा की देवरिया की घटना तो कल सामने आई है मगर 3 अगस्त को ही प्रदेश के मुख्यमंत्री ने सभी जिलों को महिला संरक्षण गृह और बाल संरक्षण गृह की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने और असुविधाओं को दूर करने के संबंध में एक पत्र लिखा था और इससे पहले ही हमने 6 जगहों पर प्रो-एक्टिव होकर कार्रवाई की है.
हमारी सरकार कार्रवाई कर रही है जबकि पूर्व की सरकार में इन घटनाओं को छिपाया जाता था,दोषियों को बचाया जाता था.
क्या है मामला:
देवरिया संरक्षण गृह से किसी तरह भागी एक बालिका ने रविवार शाम पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने देर रात में छापा मारा तो सूची में दर्ज कुल 42 लड़कियों में से 24 ही मिली। बाकी 18 लड़कियों की तलाश की जा रही है। पुलिस ने संरक्षण गृह संचालिका गिरिजा त्रिपाठी को पति मोहन समेत पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की जांच में यहां से मानव तस्करी की भी बात सामने आ रही है। इस संबंध में डीजीपी ओपी सिंह ने कहा है कि देवरिया में अवैध संरक्षण गृह के बारे में सूचना मिली थी जिस पर देवरिया पुलिस ने छापा मारा और 24 लड़कियों को मुक्त कराया । SP देवरिया को दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं।
मुजफ्फरपुर जैसा देवरिया के नारी संरक्षण गृह में देह व्यापार और मानव तस्करी का धंधा