सूबे में भ्रष्टाचार किस कदर फैला हुआ है इसका केवल अंदाजा ही लगाया जा सकता है. सीएम योगी एक तरफ कहते हैं कि यूपी की सरकार भ्रष्टाचार को ख़त्म कर देगी. लेकिन अधिकारियों और कर्मचारियों के रवैये को देखकर ये सरकार के लिए आसान काम मालूम नहीं पड़ता है. सरकारी दफ्तर में बाबू से लेकर बड़े अधिकारी तक इस रोग के मरीज हैं. इस रोग के कारण चिकित्सा विभाग भी अछूता नहीं है. खुद चिकित्सा अधिकारी तक इस रोग का शिकार हैं.
ऐसा ही एक वाकया सिद्धार्थनगर में सामने आया है. जिला क्षय रोग अधिकारी व डिप्टी सीएमओ पी पी राय का आडियो वायरल हुआ है. इसमें डिप्टी सीएमओ पी पी राय अपने अधिनस्त कर्मचारी से ही काम करने के एवज में पैसा मांग रहे हैं. मामला सामने आने अपर सीएमओ ने जांच कराने की बात कही है.
छुट्टी देने के एवज में मांगे 5 से 10 हजार रूपये:
- जूनियर अधिकारी से डिप्टी सीएमओ 5-10 हजार रूपये मांग रहे हैं.
- छुट्टी देने के बदले 5-10 हजार रूपये मांग रहे हैं.
- बार-बार दबाव डाल रहे हैं कि उनको 5-10 हजार दे दो वो अपनी दावत कर लेंगे.
- डिप्टी सीएमओ जूनियर अधिकारी पर दबाव डाल रहे हैं कि सैलरी का कुछ हिस्सा उनको भी दे दें.
- जूनियर अधिकारी अपनी सैलरी क्लियर करने की बात कर रहा है.
- वहीँ डिप्टी सीएमओ छुट्टी देने और सैलरी क्लियर करने के बदले घूस मांग रहे हैं.