मंगलवार 22 अगस्त को देश के उच्चतम न्यायालय ने अपना फैसला सुनाते हुए तीन तलाक़ को असंवैधानिक करार दे दिया था. लेकिन इसके बावजूद कुछ लोग सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले की धज्जियाँ उड़ाने से बाज़ नही आ रहे हैं. ताज़ा मामला यूपी के मेरठ जनपद का है जहाँ आज दहेज के लालची एक पति ने अपनी पत्नी को भरी पंचायत के सामने ‘तलाक-तलाक-तलाक’ कहते हुए खुद से अलग कर दिया. जिसके बाद पिछले 6 साल से दहेज की प्रताड़ना झेल रही इस पीड़ित महिला ने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है.
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तीसरी बेटी के जन्म के बाद पति कर रहा था कार की डिमांड-
- मामला मेरठ के थाना सरधना क्षेत्र के कस्बे का है.
- जहां 6 साल पहले बड़े ही अरमानों के साथ अर्शी निदा का निकाह मोहल्ले के ही रहने वाले सिराज खान के साथ हुआ था.
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- आरोप है कि सिराज पिछले 6 सालों से ही लगातार दहेज के लिए आर्शी को प्रताड़ित करता रहा है.
- इतना ही नहीं आर्शी की माने तो सिराज के परिजन भी लगातार कार की डिमांड को लेकर उसे परेशान कर रहे थे.
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- गौरतलब हो कि पिछले 6 साल में अर्शी ने 3 बच्चों को जन्म दिया है.
- इस दौरान तीसरी बेटी के जन्म के बाद सिराज खान ने उससे कार की डिमांड की थी.
- इस मामले में को लेकर अर्शी निदा के परिजन अपने दामाद को समझाने भी पहुंचे थे.
- लेकिन पूरे मोहल्ले के सामने गुस्से में आकर सिराज ने अपनी पत्नी को जुबानी तलाक दे दिया.
SC के फैसले की भी दुहाई देनें पर सिराज ने कोर्ट को भी अपशब्द कहे-
- पीड़िता के परिजनों कि मानें तो सिराज को सुप्रीम कोर्ट के फैसले की भी दुहाई दी गई.
- लेकिन सिराज ने सरकार और सुप्रीम कोर्ट को अपशब्द कहते हुए तलाक देने पर अड़ा रहा.
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- उधर अर्शी निदा ने थाने पर जाकर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है.
- साथ ही दहेज उत्पीड़न के मामले में पीड़ित महिला ने थाना सरधना में तहरीर भी दी है.
आर्थिक तंगी से जूझ रहे पीडिता के परिजन-
- बता दें कि पीड़िता के परिजन फिलहाल आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं.
- ऐसे में उनके सामने तीन बच्चों और अपनी बेटी का लालन पालन करने का भी आर्थिक संकट खड़ा हो गया है.
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- ऐसे में उन्होंने भी पुलिस से इन बच्चों के भरण पोषण के लिए रुपया दिलाने की मांग की है.
- साथ ही उन्होंने अपनी बेटी के निकाह को बचाने की भी अपील की है.
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- फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है.
- इस दौरान पुलिस के आला अधिकारी कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं.
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