उत्तर प्रदेश में इन दिनों एशिया का सबसे बड़ा परीक्षा में शुमार यूपी बोर्ड की परीक्षा चल रही है जिसमें सरकार इस बार परीक्षा को नकलविहीन कराने की रणनीति के तहत एक और जहां सभी विद्यालयों में सीसीटीवी कैमरा लगा दिया है। वहीं दूसरी ओर इन विद्यालयों की देखरेख के लिए कई नोडल अधिकारी भी लगाए गए हैं, जो समय-समय पर चेकिंग करते रहते हैं।
जिला विद्यालय निरीक्षक नरेंद्र देव पांडे 9 फरवरी को एम एच स्कूल में चेकिंग किया था, जहां पर गणित के पेपर में गणित विषय के टीचर मिलने पर कार्यवाही किया था। इस पर नाराज स्कूल प्रबंधकों और शिक्षकों ने कोतवाली परिसर में जिला विद्यालय निरीक्षक के खिलाफ मुकदमा लिखवाने के लिए धरना दिया। इनका आरोप है कि जिला विद्यालय निरीक्षक ने उस दिन वहां के शिक्षकों और प्रधानाचार्य से बदतमीजी के साथ भद्दी भद्दी गालियां भी दी थी।
कोतवाली परिसर में दे रहे हैं धरना
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद में रविवार को कोतवाली परिसर में शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किया। जहां पर यूपी बोर्ड से संबंधित स्कूलों के प्रबंधक और प्रधानाचार्य कोतवाली परिसर के अंदर धरने पर बैठे हैं। इतना ही नहीं इनके धरने पर बैठने के लिए कोतवाली परिसर में होमगार्ड के जवान दरी बिछाते नजर आए। इनका आरोप है कि 9 फरवरी को जिला विद्यालय निरीक्षक नरेंद्र देव पांडे जो एमएच इंटर कॉलेज में जांच के लिए पहुंचे थे और वहां पर भी गणित विषय के टीचर को गणित के पेपर में पाया था जिसको जिला विद्यालय निरीक्षक ने गलत करार देते हुए कार्यवाही की बात कही थी।
एफआईआर होने तक देंगे धरना
माध्यमिक शिक्षा संघ शर्मा गुट के जिलाध्यक्ष विनोद सिंह का कहना है कि जिला विद्यालय निरीक्षक स्कूल के प्रधानाचार्य और टीचर के साथ ही शिक्षक संघ को भद्दी-भद्दी गालियां दी थी। उसी के बाद से इन लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। इन लोगों ने पहले जिला विद्यालय निरीक्षक के खिलाफ कार्रवाई के लिए जिला अधिकारी को पत्र सौंपा था लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होने पर आज इनके खिलाफ मुकदमा लिखवाने के लिए कोतवाली में धरने पर बैठ गए हैं इनका कहना है कि यह तब तक नहीं उठाएंगे जब तक इनके हाथों में एफआईआर की कॉपी नहीं आ जाती है।
मुकदमा नहीं तो बोर्ड परीक्षा नहीं
यदि पुलिस मुकदमा नहीं लिखती है तो ये लोग अपने अपने विद्यालयों की चाभियां भी अपने साथ लेकर आए हैं। मुकदमा नहीं लिखी गई तो कल परीक्षा भी इनके विद्यालयों पर नहीं होगी। यानी कि कुल मिलाकर यह सभी लोग जिला विद्यालय निरीक्षक की कार्यप्रणाली के खिलाफ मुकदमा लिखने और परीक्षा बहिष्कार तक की बात कर रहे हैं।
परिषद के नियमों के अनुसार की जाएगी कार्रवाई: डीआईओएस
इस मामले पर जिला विद्यालय निरीक्षक नरेंद्र देव का कहना है कि यह लोग मेरे कार्यों का विरोध कर रहे हैं। जब इन लोगों को लगा कि उनके मुताबिक काम नहीं हो पा रहा है तभी से ये लोग विरोध कर रहे हैं। इस मामले की विधिवत जांच की जाएगी क्योंकि यह एक गंभीर मामला है। परिषद के नियमों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। परीक्षा बहिष्कार पर कहा कि छात्रों के हित को देखते हुए परीक्षा हर हाल में कराई जाएगी छात्र हित की बात अगर अध्यापक नहीं रखते हैं तो यह दुर्भाग्य की बात होगी हमें नहीं लगता कि यह तीन चार लोग परीक्षा में अवरोध उत्पन्न कर पाएंगे क्योंकि यह इनकी सेवा का हिस्सा है यदि किसी को किसी प्रकार की दिक्कत हो तो हमारे पास आए हम उसका समाधान निकालेंगे लेकिन इस पूरे मामले पर विद्यालय प्रबंधन ने कोई हमसे संपर्क नहीं किया है।