त्रेतायुग में भगवान राम के अयोध्या वापस आने के बाद से आप ने कभी ऐसा भव्य नजारा नहीं देखा होगा जैसा देव दीपावली के दिन दीपोत्सव कार्यक्रम में देखने को मिलेगा। राजधानी लखनऊ के मनकामेश्वर घाट पर देव दीपावली की तैयारियां जोरो पर चल रही हैं। यहां आगामी 23 नवंबर दिन शुक्रवार को देव दीपावली धूमधाम से मनाई जाएगी। देव दीपावली के अवसर पर श्रद्धालु उमड़ेने की उम्मीद है। देव दीपावली पर सुरक्षा के लिए लखनऊ पुलिस ने कमर कस ली है। मनकामेश्वर घाट पर मिट्टी के दीपक (दीयों) को सजाया जा रहा है। साथ ही गोमती के तट पर एक संस्था की तरफ से रंगबिरंगी पेंटिंग भी की जा रही है।
मनकामेश्वर मठ-मंदिर की प्रमुख महंत देव्या गिरि ने बताया कि मनकामेश्वर घाट पर देव दीपावली के दिन एक अद्भुत छटा देखने को मिलेगी। घाटों को देव दीपावली के लिए सजाया जा रहा है। यहां गोमती आरती में शामिल होने हजारों श्रद्धालु पूरे प्रदेश से आते हैं। उन्होंने बताया कि देव दीपावली पर मनकामेश्वर घाट 2,51, 000 दीपों से जगमग होगा। मनकामेश्वर घाट पर पृथ्वी इनोवेशन के लोगों ने चित्रकला से दीपक बनाये हैं। कार्यक्रम को और भव्य बनाने के लिए श्रद्धालु मेहनत करने में जुटे हुए हैं। देव दीपावली को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए घाटों पर विशेष आयोजन के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]देव दीपावली पर काशी का होगा भव्य नजारा, ड्रोन से होगी निगरानी[/penci_blockquote]
पूरे देश में छोटी काशी के नाम से मशहूर उत्तर प्रदेश के वाराणसी में देव दीपावली धूमधाम से मनाई जाएगी। काशी में देव दीपावली के दिन गंगा घाटों पर उमड़ने वाले जनसैलाब के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींच लिया गया है। राजघाट से सामने घाट के बीच के गंगा घाटों की निगहबानी तीन ड्रोन कैमरों की मदद से की जाएगी। वहीं, गंगा घाटों की ओर जाने वाले मार्गों की निगरानी 49 स्थायी और 80 अस्थायी सीसी कैमरों से की जाएगी। एसएसपी आनंद कुलकर्णी ने बताया कि गंगा घाटों को तीन जोन और आठ सेक्टर में बांट कर तीन एडिशनल एसपी और आठ डिप्टी एसपी तैनात किए जाएंगे। साथ ही 25 थानेदार जिले के और 10 थानेदार गैर जनपद के, 150 सब इंस्पेक्टर, 100 हेड कांस्टेबल, 600 कांस्टेबल, तीन कंपनी पीएसी, एक कंपनी पीएसी बाढ़ राहत दल, जल पुलिस और 11 एनडीआरएफ के जवान मोटरबोट के साथ गंगा में तैनात रहेंगे।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वॉड भी रखेगा निगरानी [/penci_blockquote]
गंगा घाटों पर बम निरोधक दस्ता और डॉग स्क्वॉड की टीम भ्रमणशील रहेगी। इसके अलावा खुफिया इकाइयों और पुलिस के 150 जवान सादे कपड़ों में राजघाट से सामने घाट के बीच गंगा घाटों पर तैनात रहेंगे। सभी थानाध्यक्षों को कहा गया है कि गंगा घाटों के किनारे स्थित होटलों, लॉजों, धर्मशालाओं और पेईंग गेस्ट हाउस का औचक निरीक्षण करें। सुरक्षा व्यवस्था और सूचना संकलन को लेकर किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बर्दाश्त की जाएगी।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रहेंगे मौजूद [/penci_blockquote]
बता दें कि लाखों दीपक के साथ राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में राजघाट से आयोजन की शुरूआत होगी। राजघाट पर शुभारंभ के बाद राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नौकायन से सभी घाटों का नजारा देखते हुए अस्सी घाट पर आएंगे। यहां देव दीपावली के आयोजन का समापन किया जाएगा। इसमें प्रदेश के अलग अलग शहरों से जुड़ी पंरपंराओं से जुड़े सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ ही काशी के नृत्य और संगीत की झलक दिखाई जाएगी। इसके अलावा पर्यटन विभाग सभी घाटों पर दीपों की व्यवस्था कर रहा है, ताकि सभी घाटों पर दीपों की संख्या एक समान रहे। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने बताया कि घाटों पर आयोजन की तैयारी पूरी कर ली गई है।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]14 घाटों पर संस्कृति विभाग की ओर से होगा एकल और समूह नृत्य का आयोजन [/penci_blockquote]
देव दीपावली को भव्य और ऐतिहासिक बनाने के लिए इस बार घाटों पर विशेष आयोजन किए जाएंगे। राजघाट से अस्सी के बीच दीपों की जगमगाहट के साथ ही काशी की धर्म, कला और संस्कृति भी झलक भी देखने को मिलेगी। इसके लिए संस्कृति विभाग और पर्यटन विभाग ने खास तैयारियां शुरू की हैं। 14 घाटों पर संस्कृति विभाग की ओर से एकल और समूह नृत्य का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा अन्य घाटों पर आयोजन के लिए अलग अलग संगठनों को जिम्मेदारी दी गई है। परंपराओं को जीवंत रखने वाली उत्सवधर्मी काशी की देव दीपावली में अस्सी घाट से लेकर आदिकेवश घाट तक मधुर कलरव गूंजेगा। सबसे खास बात यह है प्रशासन गंगा के दूसरी तरफ भी दीप दीपावली का आयोजन करेगा। इसमें करीब आठ लाख से ज्यादा दीपों से गंगा के दोनों किनारों को जगमगाने की तैयारी है।इसके अलावा संस्कृति विभाग तेलियाना घाट, नंदेश्वर घाट, त्रिलोचन घाट, हनुमानगढ़ी घाट, बंद्री नारायण घाट, गंगा महल घाट, मणिकर्णिका घाट, मीर घाट, दरभंगा घाट, राजा घाट, चौकी घाट, महानिर्वाणी घाट, निषादराज घाट, अस्सी घाट पर विशेष आयोजन करेगा।
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