डीजीपी जावीद अहमद ने प्रदेश के सभी पुलिस अफसरों को सख्त निर्देश दिये हैं, कि वे 24 घंटे अपना सीयूजी फोन ऑन रखें और हर कॉल का जवाब दें। डीजीपी ने प्रदेश सरकार की ओर से पुलिस अधिकारियों को मुहैया कराये गए सीयूजी नंबरों पर कॉल रिसीव ना होने के मामले को गंभीरता से लिया है। बता दें कि जिलों में तैनात अफसर मुख्यालय और शासन के अफसरों यहां तक की मंत्रियों के कॉल भी रिसीव नहीं करते हैं।
- डीजीपी जावीद अहमद ने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि यदि किसी कारणवश कॉल रिसीव नहीं कर पाते हैं तो बाद में कॉल बैक जरूर करें।
- उन्होंने कहा कि अधिकारियों को कॉल रिसीव करनी पड़ेगी और ऐसा न करने वाले अफसरों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
- जावीद अहमद ने कहा कि कई मौकों पर जब शासन के अधिकारी, मंत्री किसी महत्वपूर्ण प्रकरण की सूचना के लिए कॉल करते हैं।
- तो पुलिस अधिकारियों के कॉल रिसीव नहीं होते हैं।
- जिसके कारण सूचना मिलने देरी होती है और कई बार असहज स्थिति पैदा हो जाती है।
- वहीं कई सूचनाएं ऐसी भी होती हैं, जिनपर त्वरित कार्यवाही की आवश्यकता होती है।
- अब अगर ऐसे में फोन रिसीव नहीं होता है तो कार्य में बाधाएं आती हैं।
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फोन रिसीव नहीं करते जिम्मेदारः
- डीजीपी की तरफ से प्रदेश के सभी जोन के आईजी, डीआईजी रेंज, एसपी को सर्कुलर जारी कर कहा कि शासन की तरफ से शिकायत मिली है।
- शासन की तरफ से कहा गया है जिलों में तैनात अधिकारियों के सीयूजी नंबर या तो स्विच ऑफ रहते हैं।
- या फिर इन अधिकारियों के नंबर पर कॉल रिसीव नहीं होती है।
- इसके कारण प्रदेश के बड़ें अधिकारियों, मंत्रियों और आम लोगों को कठिनाई होती है।
- इसके साथ ही शासन द्वारा उपलब्ध कराये गए सीयूजी मोबाइल का उद्देश्य ही समाप्त हो जाता है।