पुलिस वीक में पीपीएस संघ की मीटिंग के दौरान डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि हर एक पुलिस वीक में ये परम्परा रही है हम हर एक पीपीएस और सीनियर आईपीएस संघ से मीटिंग करते है। ये पिछले कई सालों से चल रही है जिसके तहत पीपीएस संघ ने ये मीटिंग की है। सीएम को भी आना था लेकिन वो कुछ कारणों से यहां नही आ पाए। इनकी कुछ सेवा सम्बन्धी मांगे थी उस पर सहानुभूति और गहनतापूर्वक विचार करेंगे और जो इनका कैडर रेवेयु का मामला है उस पर फिर से हम विचार करेंगे। इसके लिए कमेटी बैठाने पड़ेगी तो बैठाएंगे। कमेटी में पीपीएस के लोगों को शामिल करेंगे। निश्चित तरह से एक ओपिनियन हो सके। कमेटी की जो मांगे होगी उस पर विचार कर उसे शासन को भेजेंगे।
कहा कि-
बहुत सारी चीजों पर हम लोगों ने शुरुआत की है।
एडीजी एडमिन ने इन्हें बताया है।
क्या ऐसी कार्यवाहियां है जिस पर काम शुरू हो गया है।
कई ऐसे भी चीजें है जिस पर नए सिरे से विचार करने की आवश्यकता है।
मैंने इन्हें आश्वस्त किया हैं जिसका पीपीएस संघ ने भी स्वागत किया है।
निकट भविष्य में हम लोग एक छोटी इकाई के रूप में मिलेंगे।
जिसमें संघ के तमाम पदाधिकारी होंगे उनसे हमारी वार्ता होगी।
बहुत गहराई से इनके तमाम विषयों पर चिंतन करेंगे।
उसके अनुरूप हम अपनी कारवाही शुरू करेंगे।
मुझे विश्वास है इनकी सभी समस्याओं का हल हम निकालेंगे।
प्रोवेनशियल पुलिस सर्विस हो या आईपीएस हो या कांस्टेबलेरी की एनजीओस हो सभी उत्तर प्रदेश पुलिस के एक अम्ब्रेला के रूप में काम करते है।
सभी का धेय्य रहता है उत्तर प्रदेश पुलिस की गरिमा और व्यवसायिक दक्षता को कैसे आगे बढ़ाया जाये।
आने वाले समय मे उत्तर प्रदेश पुलिस की सभी चुनौतियों का सामने करने के लिए कटिबद्ध है।
मिलकर काम करेंगे ताकि उसकी छवि और प्रोफेशनलिज्म बरकरार रहे।
अजय कुमार अध्यक्ष पीपीएस संघ ने कहा
हर वर्ष हम लोग पुलिस वीक में पीपीएस संघ का अधिवेशन करते है।
जिसके तहत ये बैठक बुलाई गई थी।
डीजीपी और सीएम को पीपीएस संघ की तमाम ऐसी समस्याएं है जिन्हें डीजीपी महोदय के संज्ञान में हम लाते है।
इस संबंध में हमने एक ज्ञापन भी दिया है इसमें मुख्य रूप से सेवा विसंगतियां ही है।
वो पे स्ट्रुक्चर, प्रमोशन से सम्बंधित हो या अन्य सेवा शर्तों के संबंध में हो।
हमने संघ के पदाधिकारियों से वार्ता कर डीजीपी को अवगत कराया है।
कुछ अलग जनपदों से भी आये हुए थे उनकी भी समस्याएं है उनसे भी अवगत कराया गया है।
डीजीपी महोदय ने ये आश्वासन दिया है कि एक कमेटी बुलाकर सभी मांगों पर विचार करेंगे, उन्हें सरकार तक ले जाएंगे।
हमने एक कमेटी बनाने की मांग भी की है ताकि जो हमारी मांगे है उन पर ठीक से विचार हो।
जैसे होना है उनका निस्तारण किया जाए।
हम उम्मीद करते हैं हमारी मांगों पर विचार कर शासन स्तर से इन्हें पूरा किया जायेगा।