उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक (ओपी सिंह) रविवार शाम को बख्शी का तालाब (बीकेटी) थाना क्षेत्र के कठवारा गांव स्थित मां चन्द्रिका देवी मंदिर दर्शन करने के लिए पहुंचे। यहां उन्होंने विधि-विधान के साथ मातारानी की पूजा अर्चना कर उनके दर्शन किये। डीजीपी करीब आधे घंटे तक मंदिर परिसर में रहे। उन्होंने मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था, भक्तों को दर्शन के दौरान कोई समस्या तो नहीं हुई ऐसे तमाम बिंदुओं के बारे में पूछताछ भी की। इसके बाद डीजीपी अपने सरकारी आवास के लिए रवाना हो गए। वह अपने परिवार के साथ माँ चंद्रिका देवी के दर्शन के लिए पहुंचे थे।
लाखों श्रद्धालुओं ने पुलिस की सुरक्षा के बीच किये दर्शन
बता दें कि लंबे अंतराल के बाद चैत्र नवरात्र की अष्टमी और नवमी एक ही दिन रविवार को पड़ी। आज ही नवरात्रि व्रतों का परायण हो गया। ऐसा माना जा रहा है कि 26 साल बाद चैत्र नवरात्र में अष्टमी और नवमी तिथि संयुक्त हुई है। चैत्र नवरात्रि 2014 के बाद से ही आठ दिन की हो रही है। चार साल पहले पूरे नौ दिन के व्रत हुए थे। वहीं, शारदीय नवरात्रि अधिकांशतया नौ दिन के ही हो रहे हैं। कई सालों बाद यह पहला अवसर था कि भगवती महागौरी (अष्टमी) और सिद्धिदात्री (नवमी) की पूजा एक ही दिन हुई। बीकेटी थानाध्यक्ष नवीन कुमार ने बताया कि रविवार को मातारानी के दर्शन के लिए भक्तों की कतारें सुबह से ही लगी हुई थीं। माँ भगवती के दर्शन एक लाख से अधिक भक्तों ने किए। इस मौके पर मेले में शांति व्यवस्था के लिए भारी संख्या में पुलिस मुस्तैद रही, जिससे किसी श्रद्धालु को परेशानी नहीं हुई।
माँ के साथ सेल्फी लेने की लगी रही होड़
जगत जननी माँ भगवती के गुणगान का पर्व मंदिरों में बड़े ही श्रद्धाभाव से किया गया। नवरात्रि पर हर घर में मां के जयकारे सुनाई दिए तो मंदिरों के पास मेले लगे दिखे। बाजार भी नारियल, मां की चुनरी और पूजन सामग्री से सजे रहे। वहीं सोशल मीडिया, whatsapp, facebook और twitter पर भी बधाइयों और शुभकामनाओं की होड़ लगी रही। साथ ही नवरात्रि और रामनवमी की शुभकामनायें राजनीति के बड़े नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमितशाह, मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या, डॉ. दिनेश शर्मा सहित कई लोगों ने ट्वीट कर दी। इसके अलावा मंदिरों में पहुंचे श्रद्धालु भी अपने मोबाईल फोन में सेल्फी लेते नजर आये वो मां दुर्गा की पूजा के पल अपने कैमरों में कैद कर रहे थे।
मंदिरों के बाहर रहे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पुराने लखनऊ के चौक स्थित बड़ी काली जी व छोटी काली जी मंदिर के पास मेला लगा था। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किये गए थे। बीकेटी के चंद्रिका देवी मंदिर और गोसाईंगंज के चतुर्भुजी देवी मंदिर के पास भी मेला लगा था। नंदना बीकेटी स्थित इक्यावन शक्तिपीठ मंदिर में नवरात्र का भव्य महोत्सव देखने को मिला। संतोषी माता मंदिर में हर मां के स्वरूप के जैसा श्रृंगार हुआ था।
चौपटिया के संदोहन माता मंदिर, संकटा देवी मंदिर, त्रिवेणीनगर योगी नगर दुर्गा मंदिर, मदेयगंज दुर्गा मंदिर, चिनहट के मां जानकी मंदिर व कैसरबाग के दुर्गा मंदिर समेत राजधानी के सभी मंदिरों में मां की आराधना हुई। मां बाघंबरी पूर्वी देवी मंदिर, शास्त्रीनगर दुर्गा मंदिर में भी हर साल की तरह हर दिन अलग-अलग वस्तुओं से श्रृंगार किया गया। यहां फल, सब्जियों, खिलौनों, मेवों व मसालों से मां को सजाया जाता है। कुल मिलाकर सुबह से देर रात तक माँ भगवती के जयकारों से मंदिर गूंजते रहे। मंदिरों और घरों के बाहर हवन से सड़कें तक धूपबत्ती, लोबान, हवन सामग्री की सुगंध से महकती रहीं।