राजधानी लखनऊ के हजरतगंज इलाके में स्थित एक निजी होटल में वीमेन पॉवर लाइन 1090 और यूनिसेफ (UNICEF) ने किशोरों से सम्बंधित कानूनी नियमों व व्यवस्था पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान WPL की एडीजी अंजू गुप्ता के साथ यूनिसेफ के प्रोग्राम मैनेजर अमित मेहरोत्रा भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) ओमप्रकाश सिंह (ओपी सिंह) ने किया। कार्यक्रम में डीजीपी ने SOP लांच किया।
प्रदेश पुलिस लगातार कानून-व्यवस्था सुधारने का काम कर रही है। पुलिस द्वारा कई तरह के जागरूकता अभियान समय-समय पर चलाये जाते हैं। इसी क्रम में लखनऊ पुलिस और यूनीसेफ के तत्वावधान में मंगलवार को किशोरों से संबंधित प्रकरणों, कानूनी नियमों व व्यवस्था पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम राजधानी के हजरतगंज स्थित एक निजी होटल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में यूनिसेफ के अधिकारीवूमेन पावर लाइन 1090 (WPL) की एडीजी सहित कार्यक्रम में भारी संख्या में महिलाएं/पुरुष और पुलिस अधिकारी/कर्मचारी उपस्थिति रहे।
अपने उद्घाटन संबोधन में डीजीपी ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि बाल के प्रति संवेदनशीलता सभी स्तरों पर विकसित की जानी चाहिए और सोसाइटी से इसके लिए पहल की जाये तो हितकारी होगा। डीजीपी ने कहा कि किशोरों से संबंधित प्रकरणों, कानूनी नियमों और व्यवस्था पर विस्तृत बातचीत बहुत जरूरी है। डीजीपी ने यूनिसेफ के समर्थन के साथ एसओपी के संस्थागतकरण के लिए महिलाओं और बच्चों से संबंधित अपराध और शिकायतकर्ता की समस्या का तत्काल निस्तारण करने पर एडीजी (डब्लूपीएल) के लिए उचित एसओपी की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम में कई जिलों से आये क्षेत्राधिकारी और पुलिसकर्मी मौजूद रहे। अंजू गुप्ता ने बताया कि जिलो में तैनात चयनित पुलिसकर्मी को बच्चों और महिलाओं से संबंधित ट्रेनिंग दी जाएगी।