कोर्ट के आदेश के बाद आज एलनगंज कॉलोनी को अतिरिक्त फ़ोर्स और पीएसी बलों की सुरक्षा में खाली करवा दिया गया. बता दें कि कॉलोनी में रहने वाले लोग करीब एक हफ्ते से विरोध कर रहे थे जिसके बाद आज कड़ी सुरक्षा के साथ उनके मकान खाली करवा दिए गये.
टेफ्को कंपनी के एलनगंज कॉलोनी को करवाया खाली:
उत्तर प्रदेश के कानपुर में टेफ्को कंपनी के एलनगंज कॉलोनी में रहने वालों का विरोध प्रदर्शन आखिरकार कोई काम नहीं आया और जिला प्रशासन भारी फोर्स के साथ कालोनी को खाली कराने में जुट गया।
इस दौरान सीसीटीवी व ड्रोन कैमरों के साथ वीडियोग्राफी के जरिये उपद्रवियों पर नजर रखी जा रही है. जिला प्रशासन की सख्ती के चलते टेफ्को कॉलोनी में रह रहे करीब 12 हजार लोगों में से कुछ अपना-अपना सामान उठाकर दूसरी जगह पर जाने को मजबूर हो गए हैं.
अवैध तौर पर रह रहे थे लोग:
गौरतलब है कि कानपुर में टेफ्को कंपनी संचालित हो रही थी और अपने कर्मचारियों के लिए एलनगंज में कालोनी बसायी थी। लेकिन कंपनी 2001 में बंद हो गई जिससे यहां पर रहने वाले कर्मचारी बेरोजगार हो गये. बहरहाल कर्मचारियों के पास नौकरी नहीं थी और कॉलोनी और घर होने से राहत थी. कर्मचारी कालोनी में बराबर निवास कर रहे थे।
वहीं कंपनी के बंद होने से बाहरी लोगों ने फायदा उठाते हुए यहाँ अवैध कब्जा कर लिया. जिसके बाद हाईकोर्ट ने जिला प्रशासन को सख्त निर्देश दिया कि 28 मई के पहले हर हाल में कालोनी को खाली करा लिया जाये।
इस आदेश के बाद लोगों ने विरोश शुरू कर दिया. एक हफ्ते से लगातार चल रहे इस विरोध के चलते जिला प्रशासन में कालोनी खाली करवाने की हिम्मत नहीं नहीं हो सकी.
कोर्ट ने दिया था खाली करवाने का आदेश:
बहरहाल जिला प्रशासन ने रविवार का दिन निश्चित कर कालोनी को खाली कराने की ठान ली। इससे पहले प्रशासन ने कॉलोनी का बिजली, पानी और जरूरतमंद सभी सुविधाओं पर रोक लगा दी।
शनिवार को देर रात से ही नौ जनपदों से आया अतिरिक्त फोर्स व आरएएफ, पीएसी की करीब 30 बटालियन ने कालोनी के चारों तरफ पहरा शुरू कर दिया। वहीं छतों पर निगरानी के लिए सशस्त्र जवान लगाए गए हैं।
इसके बाद आज करीब 11 बजे जिलाधिकारी सुरेन्द्र सिंह,एडीएम सिटी सतीश पाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार व कई सर्किल के क्षेत्राधिकारियों के साथ पंहुचे।एडीएम सिटी ने खुद माइक संभालकर सभी कालोनीवासियों को कब्जा छोड़ने का निर्देश दिया
इसके बाद कुछ निवासियों ने खुद ही मकान खाली करना शुरू कर दिया. बाकी लोग जिन्होंने थोड़ा विरोध किया, उन पर सख्ती बरतते हुए जिला प्रशासन के साथ आए कर्मचारियों ने मकान खाली कर सामान बाहर रख दिया. हालांकि कई बार विरोध में नारेबाजी भी की गई पर भारी फोर्स के सामने उनका विरोध टिक ना सका.