देश भर में जेलो के अंदर साफ सफाई से लेकर कैदियों के रहन सहन तक की स्थिति सुधारने की बात कहीं जाती हैं. इसी बाबत आज प्रदेश के फर्रखाबाद जनपद में जिला जज, सीजेएम, डीएम मोनिका रानी, एसपी अतुल शर्मा ने मिलकर जेलो के अंदर अस्पताल बैरक व भोजनालय का निरीक्षण किया.
जिला जज, सीजेएम, डीएम मोनिका रानी, एसपी अतुल शर्मा ने किया निरीक्षण:
इस दौरान अधिकारियों को बैरकों में गंदगी मिली. वही कैदियों ने जेल प्रसाशन के खिलाफ लिखित शिकायतें भी अधिकारियों को सौंपी। बता दें कि आरोप लगते रहे हैं कि जेल अधिकारी जेल ले अंदर की परेशानियाँ दबा कर रखते हैं और सबूतों को मिटा देते हैं. बहरहाल बावजूद इसके आज जिलाधिकारी सहित जिला जज, सीजेएम और एसपी ने बैरकों में जाकर जेल में बंद कैदियों व बन्दियों से सीधे बातचीत की. इस दौरान जिला जेल में बंद बंदियों ने अपनी अपनी परेशानियां लिखित रूप में दी. उन्होंने जेल अधिकारियों के खिलाफ शिकायती पत्र भी दिए.
कैदियों ने बताया कि कैदियों को अस्पताल में सही इलाज न मिल पाता है. उन्होंने आरोप लगाया की डॉक्टर अपनी मर्जी से इलाज करते है.
उन्होंने ये भी बताया कि जब तक बीमारी नासूर न बन जाये, तब तक जेल से रिफर नही किया जाता. इसी वजह से ज्यादातर कैदी व बन्दी कम उम्र में ही दम तोड़ देते है। लेकिन लाख शिकायत करने के बावजूद कोई कार्यवाही नही होती है।
वहीं दूसरी तरफ बैरकों में नियमित सफाई नही कराई जाती है। खामियां कई इससे पहले भी कई सारी मिली लेकिन अधिकारियों ने उनको उजागर करना मुनासिब नही समझा.
पर डीएम के इस निरीक्षण में पहली बार अधिकारियों ने बन्दियों से लिखित शिकायत अपने हाथ मे ली है।सभी अधिकारियों के निरीक्षण के बाद एसपी अतुल शर्मा ने कहा कि दोनों जेलो का बारीकी से निरीक्षण किया जिसमें बहुत सी कमियां पाई गई है। जिनको लेकर जिला प्रसाशन की तरफ से कठोर कदम उठाये जाएंगे जिससे जेल में बंद किसी भी बन्दी को गम्भीर बीमारी से बचाया जा सके।