राजधानी लखनऊ की जनता के दिल में अपनी खास जगह बनाने वाले पूर्व जिलाधिकारी राजशेखर अपने काम के लिए जाने जाते हैं। आईएएस राजशेखर वर्तमान समय में बस्ती के डीएम हैं। यहां भी वह अपने काम से लोगों के दिलों में खास जगह बना रहे हैं। ताजा मामला बस्ती जिला के बहादुरपुर ब्लॉक क्षेत्र के सांसद आदर्श ग्राम अगौना का है। यहां डीएम डॉ. राजशेखर शनिवार सुबह करीब दस बजे पहुंच गए। यहां डीएम व सीडीओ अरविंद पांडेय ने प्रधानमंत्री आवास व शौचालय निर्माण की समीक्षा की। खुले में शौचमुक्त न होने की जानकारी पर डीएम ने जिम्मेदारों को हिदायत दी। निरीक्षण के दौरान डीएम और सीडीओ प्राथमिक विद्यालय पर जा पहुंचे। यहां मिड-डे मील परोसा जा रहा था। दोनों अधिकारी बच्चों के साथ जमीन पर बैठ गए और भोजन किया। डीएम का जमीन पर खाना खाने की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है। दोनों अधिकारियों की खूब प्रशंसा हो रही है।
[penci_blockquote style=”style-1″ align=”none” author=””]जनता के दिल में जगह बना लेते हैं आईएएस राजशेखर[/penci_blockquote]
जानकारी के मुताबिक, निरीक्षण के दौरान डीएम ने ग्रामीणों से फीडबैक लिया। गांव की बुजुर्ग महिला दुलारी ने बताया कि उन्हें जहां पेंशन नहीं मिल रही है, वहीं, आवास से भी अब तक लाभान्वित नहीं किया गया है। राशन कार्ड पर भी पूरा अनाज नहीं मिल रहा है। डीएम ने महिला की बात गौर से सुनने के बाद आगे बढ़ गए। ग्राम पंचायत अधिकारी मनोज वर्मा ने शीघ्र पेंशन दिए जाने की बात कही। यहां एक स्थान पर रास्ता न होने पर डीएम ने कारण जाना तो पता चला कि रामलाल नामक ग्रामीण रोड़ा अटका रहा है मगर जब रामलाल डीएम के सामने पड़ा तो उसने दो टूक अपनी सफाई दे दी।
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डीएम ने प्रधान को यहां खड़ंजा लगाने के निर्देश दिए। बुजुर्ग राम सुमेर ने बताया कि उसे पेंशन मिल रही, लेकिन राशन कार्ड तथा आवास नहीं है। बीडीओ प्रभा शंकर चौबे ने बताया कि इनके दो बच्चों का नाम आवास की सूची में फीड हो गया है। पूर्ति निरीक्षक पंकज शाही ने बताया कि राशन कार्ड फीेड हो रहा है। शीघ्र ही राशन मिलने लगेगा। सूफिया खातून ने रास्ता न होने की जानकारी दी। डीएम ने गांव के बगल स्थित गड्ढे को देखकर उसके बारे में गहन पूछताछ की। यहां लेखपाल को पैमाइश करा कर सीमांकन के निर्देश डीएम ने दिए। इस मौके पर तहसीलदार कन्हैया प्रसाद, एडीओ पंचायत आनंद सिह, सुरेंद्र चौधरी, प्रधान रामनेवास यादव, आरपी सिंह सहित तमाम लोग मौजूद रहे।
राजशेखर ने बालू खनन माफियाओं पर कसा शिकंजा
उत्तर प्रदेश के बस्ती में अवैध खनन करने वालों पर जिलाधिकारी राजशेखर ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है, जिससे बालू माफियाओं में खलबली मच गई है। जिला प्रशासन ने यहां अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए एक खनन पट्टाधरक के खिलाफ करीब 11.10 करोड़ रुपये का रिकवरी नोटिस जारी किया है। साथ ही सरकारी खजाने में समय से पैसा जमा नहीं करने पर पट्टाधारक पर कठोर कार्रवाई करने को कहा है। डीएम राजशेखर ने बताया कि सदर तहसील के महुआपार खुर्द में पिछले दिनों ई-नीलामी के जरिए फैजाबाद निवासी सैयद साहिल अली को हर साल 27, 500 घन मीटर खनन की अनुमति पांच साल के लिए मिली थी। पट्टाधरक ने प्रति घन मीटर 386 रुपये की दर से कुल 10 करोड़ 61 लाख 50 हजार रुपये की बोली पहले साल लगाई थी। नीलामी की सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद पट्टाधारक ने इसी साल फरवरी महीने में 50 फीसदी की धनराशि जमा करके खनन का काम शुरू किया था। गौरतलब है कि जिले में अवैध पर खनन लगाम लगाने में नाकामयाब रहे दो जिला अधिकारी को सीएम योगी ने हटाने के बाद तेज तर्रार आईएएस राजशेखर को पोस्ट किया है। वहीं अब जिलाधिकारी की कार्रवाई के बाद अवैध बालू खनन करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है।
जेल के निरीक्षण में कई जेल अधिकारियों पर की कार्रवाई
बस्ती के जिलाधिकारी डॉ. राजशेखर इन दिनों जबरदस्त एक्सन के मूड में नजर आ रहे है। हाल ही में बालू के अवैध खनन को लेकर करोड़ो का जुर्माना ठोकने के बाद उन्होंने जिला जेल में देर रात छापा मार पुलिस के अधिकारियों के साथ औचर निरीक्षण करने पहुंचे गए। इस दौरान जेल में प्रतिबंधित वस्तुए मिलने के बाद उन्होंने तीन बंदी रक्षक को सस्पेंड कर दिया। जिलाधिकारी की इस कार्रवाई के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। प्रदेश की तमाम जेलों में लगातार मिल रही आपत्तिजनक सामग्रीयों को देखते हुये डीएम डॉ राजशेखर ने एसपी के साथ जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया। डीएम-एसपी ने जेल का बारीकी से निरीक्षण किया। इस दौरान जेल से छह मोबाइल हुआ, जिन्हें प्रशासन ने जब्त कर लिया और इसकी रिपोर्ट शासन को भेजने की कार्रवाई में जुट गए। वहीं जेल में प्रतिबंधित सामग्री मिलने के बाद जहां जेल प्रशासन में भी हड़कंप मच गया। वहीं इस ममले में प्रथमदृष्टया दोषी पाए गए तीन बंदी रक्षकों को वरिष्ठ अधीक्षक कारागार संतलाल यादव ने निलंबित कर दिया।
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