शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट में पलीता लगाने की तैयारी की जा रही है। जिसको लेकर यहां बनने वाले हैं मेडिकल कॉलेज के लिए पांच करोड़ की धनराशि दिए जाने के बाद भी निर्माण एजेंसी ने अभी तक एक ईंट तक नहीं लगाई है।
- घोटाले की आशंका के चलते जिलाधिकारी शाहजहांपुर ने निर्माण एजेंसी के प्रोजक्ट मैनेजर को सस्पेंड करने की शासन को संतुति की है।
- जिलाधिकारी की इस कार्यवाही के बाद निर्माण एजेंसी में हड़कंप मचा हुआ है।
- 17 जून को यूपी के CM अखिलेश यादव और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने संयुक्त रुप से यहां के दादर और ब्लॉक के अजीजपुर जिग्नेश में मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया था।
- लोगों को भरोसा दिलाया था की 6 महीने के अंदर मेडिकल कॉलेज बनना शुरू हो जाएगा।
- 6 महीने का वक्त बीत जाने के बाद भी उत्तर प्रदेश निर्माण निगम ने अभी तक मेडिकल कॉलेज के नाम पर यहां एक ईंट तक नहीं लगाई है
- जबकि शासन से निर्माण एजेंसी को पांच करोड़ की धनराशि जारी कर दी गई है।
- आपको बता दें कि यहां बनने वाला मेडिकल कॉलेज केंद्र सरकार और राज्य सरकार के संयुक्त बजट से बन रहा है जिसमें 75% केंद्र सरकार का और 25% राज्य सरकार का पैसा लगेगा।
- हालांकि शिलान्यास के दौरान CM ने अपने अधिकारियों को निर्देश दिए थे की मेडिकल कॉलेज के बनने में जरा सी भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी ।
- लेकिन इन सबके बावजूद निर्माण एजेंसी सरकार का 5 करोड़ दबाए बैठी है।
- निर्माण के नाम पर शासन और प्रशासन को ठेंगा दिखा रही है।
- हालांकि जिला प्रशासन अब कार्यवाही करने के मूड में आ गया है।
- जिलाधिकारी ने लापरवाही के चलते निर्माण एजेंसी के प्रोजेक्ट मैनेजर शैलेश कुमार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है।
- जिलाधिकारी ने शासन से प्रोजेक्ट मैनेजर को तत्काल सस्पेंड करने की संतुति की है।
- राम गणेश हालांकि इलाके के लोगों को उम्मीद थी की चुनाव से पहले मेडिकल कॉलेज बनना शुरू हो जाता तो शायद अब तक काफी काम हो गया होता ।
- लेकिन यहां मेडिकल कॉलेज का काम शुरू न होने से इलाके के लोग बेहद मायूस हैं।