यूपी चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के चलते डीएम प्रकाश बिन्दु व एसपी सुभाष चन्द्र बघेल ने सेन्ट्रल जेल फतेहगढ़ का औचक निरीक्षण किया।
- छापेमारी के दौरान कैदियों के पास तीन मोबाइल, चार्जर, ईयरफोन बरामद होने से हड़कम्प मच गया।
- जेल प्रशासन के हाथ पैर फूल गये।
- जिलाधिकारी ने जेल प्रशासन को सख्त दिशा निर्देश जारी किये हैं।
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सघन तलाशी के बाद भी जेल में कैसे पहुंचे मोबाईल?
https://youtu.be/3z7Aon7qAhY
- फर्रुखाबाद में जिला प्रशासन सोती नींद से जागा है।
- निष्पक्ष चुनाव कराने को लेकर अधिकारियों ने केन्द्रीय करागार में अपने लाउलस्कर के साथ अचानक छापामारी की।
- अचानक हुई छापेमारी ने जेल प्रशासन की लापरवाही की पोल खोलकर रख दी।
- तकरीबन दो घंटे तक अफसरों ने सघन चेकिंग अभियान जेल के भीतर चलाया।
- इस दौरान विभिन्य बैरकों की तलाशी ली गयी।
- अफसरों को जमीन में दबे हुये और पेड़ पर टंगे हुये तीन मोबाइल बरामद हुये।
- इसके साथ ही साथ पांच चार्जर और दो ईयर फोन भी बरामद हुये।
- इसके साथ ही साथ पुलिस को एक डायरी भी मिली है जिस पर कुछ मोबाइल नंबर लिखे हैं।
- जिन्हें पुलिस ने जप्त कर लिया, आचार संहिता के दौरान जेल में मोबाइल मिलना जेल प्रशासन की मिली भगत की तरफ इशारा करता है।
- अधिकारियों ने जेल प्रशासन से पूछा है कि यह मोबाईल जेल के अंदर कैसे पहुंचे?
क्या कहते हैं जिम्मेदार
- इस संबंध में जिलाधिकारी प्रकाश बिंदु ने बताया कि पकड़े गये मोबाइलों के सम्बंध में जांच की जा रही है।
- यह भी जांच का विषय है कि जेल गेट से लेकर अंदर तक कई जगह चेकिंग होने के बाद आखिर मोबाइल जेल तक कैसे पंहुचे? इसकी भी जांच की जायेगी।
- जेलकर्मियों की मिलीभगत से भी इंकार नही किया जा सकता।
- उन्होंने बताया की यदि जेलकर्मी दोषी हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।
- वहीं एसपी सुभाष सिंह बघेल ने बताया कि सर्विलांस के सहारे जेल में मोबाइल के सबूत खंगाले जायेंगे और कार्रवाई की जायेगी।