यूपी चुनाव के करीब आते ही प्रदेश में प्रशासन चला रहे अधिकारी भी सपा सरकार के नुमाइंदें बनते जा रहे हैं। हाल में सपा के मंच से कई सरकारी अधिकारी सरकार की तारीफों के पुल बांधते नज़र आए। इसी क्रम में आजमगढ़ के डीएम ने जिले में सपा के कार्यक्रम के दौरान एक शिक्षक पर अपना कहर बरपाया। शिक्षक ने डीएम से तब सवाल किया, जब वह सपा के मंच से बोल रहे थे। इस बात से डीएम साहब इतने खफा हुए कि फौरन शिक्षक को जेल में डालने का फरमान सुना डाला।
यह है पूरा मामला :
- मौका आजमगढ़ में नवनिर्मित कलेक्ट्रेट भवन के लोकापर्ण का था।
- जहां सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री बलराम यादव, दुर्गा प्रसाद यादव व अन्य नेता मौजूद थे।
- लोकापर्ण समारोह के बीच जब आजमगढ़ डीएम सुहास एलवाई मंच पर बोलने जा रहे थे।
- इस बीच भीड़ में से एक शिक्षक ने जोर-जोर से डीएम साहब से उसके साथ हुए अत्य़ाचार के बार में पूछना शुरू कर दिया।
- जानकारी के अनुसार शिक्षक राजीव कुमार सिंह को किसी मामले में ढाई साल के लिए जेल भेज दिया गया था।
- लेकिन खुद को बेगुनाह बताते हुए उसने डीएम साहब से जवाब मांगने लगा।
- उसे जेल क्यों भेजा गया और उसके खिलाफ क्या सबूत थे। उसका करियर क्यों बरबाद किया गया।
- शिक्षक के बीच में बोलने से डीएम साहब तमतमा उठे।
- डीएम सुहास ने पुलिसकर्मियों को आदेश दिया कि शिक्षक को फौरन गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया जाए।
- डीएम के इस तुगलकी फरमान को वहां बैठे कैबिनेट मंत्री भी नहीं रोक पाएं।
- मंत्री व अन्य नेता डीएम से कहते रहे कि मामले को न बढ़ाएं।
- लेकिन डीएम साहब अपनी सान में गुस्ताखी करने वाले शिक्षक को छोड़ने के मूड में बिल्कुल नहीं थे।
- इसके बाद डीएम के आदेश में पुलिस शिक्षक को सड़क पर घसीटते हुए एक बार फिर जेल ले गई।