उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिला में मानवता शर्मसार हुई है। यहां अस्पताल प्रशासन और कर्मचारियों ने लापरवाही पराकाष्ठा पार कर दी इसके चलते एक व्यक्ति के शव को कुत्ते नोचते रहे। लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। तीमारदारों ने जब ये नजारा देखा तो उनके होश उड़ गए। इसकी सूचना पुलिस को दी गई, सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और आगे की कार्रवाई की। अब देखने वाली बात ये होगी कि क्या इन लापरवाहों पर कोई कोई कार्रवाई होती है या नहीं ये तो वक्त ही बताएगा।
फ्रीजर से बाहर निकाल कर खा रहा था कुत्ता
जानकारी के मुताबिक, अलीगढ़ में पोस्टमार्टम हाउस में मानवता को शर्मसार करने वाला नजारा दिखा। यहां लावारिस शव को कुत्ता नोच कर खा रहा था। बताया जा रहा है कि यहां पीएम हॉउस में इन शवों को देखने वाला कोई नहीं है। पोस्टमार्टम हाउस के कर्मी आंखे बंद किए रहते हैं। पोस्टमार्टम हाउस के नवीनीकरण होने के बाद ये हाल है। पोस्टमार्टम में फ्रीजर भी है, कमरे भी बने हैं, लेकिन लावारिस शवों को देखने वाला कोई नहीं है।
आप देख सकते है कि किस तरह से शव फ्रीजर से बाहर पड़ा है और कुत्ता उसे खा रहा है। पोस्टमार्टम हाउस के गुजरने वालों ने उसे हटाया भी, लेकिन व्यवस्था ऐसी कि कुत्ता फिर पहुंच जाता था। लावारिस शवों को फ्रिजर में रखने की व्यवस्था है, फिर भी लापरवाही की जाती है। ये पोस्ट मार्टम हाउस थाना सिविल लाइन क्षेत्र में है। पोस्ट मार्टम हाउस में सुविधाएं तो बढ़ी लेकिन कर्मचारियों की लापरवाही कम नहीं हुई।
लापरवाही के चलते मिले थे सैकड़ो नरमुंड
यह पोस्ट मार्टम हाउस पहले भी चर्चा में रहा जब करीब के तालाब में सैकड़ो नरमुंड मिले थे। तब यह बताया जा रहा था कि लावारिस शवों का अंतिम संस्कार नहीं होता था और शवों को तालाब में ठिकाने लगा दिए जाते थे। जब तालाब की सफाई हुई तो सच्चाई नजर आई। हालाकि गेट पर लोगों के प्रवेश पर निषेध है, लेकिन जानवरों को रोकने के लिए कोई कवायद नहीं है। कभी कुत्ता शव को खाता है तो कभी नेवला। पोस्ट मार्टम हाउस पर घोर लापरवाही की जा रही है।
लखनऊ में भी प्रकाश में आया था एक मामला
लखनऊ के विभूतिखंड थाना क्षेत्र स्थित डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में डॉक्टरों और कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई थी। यहां 27 अगस्त 2017 को एक महिला के शव को कुत्ते नोच रहे थे, लेकिन किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। तीमारदारों ने जब ये नजारा देखा तो उनके होश उड़ गए थे। इस मामले में अस्पताल प्रशासन की खूब किरकिरी हुई थी।