लखनऊ. प्रदेश में अनधिकृत तरीके से बसाई गई कॉलोनियों को अब आप दूर से ही पहचान सकेंगे. दरअसल, योगी सरकार ने भगवा रंगों में रंगे बिजली के खंभों ( electricity poles painted saffron ) को लगवाने का फैसला किया है. इस पर काम भी शुरू हो चुका है. हालांकि, ये खंभे फिलहाल अनधिकृत तरीके से बसाई गई कॉलोनियों में ही लगाई जाएंगी.
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यह है पूरा मामला ( electricity poles painted saffron )
- केंद्र सरकार की योजना ‘बिजली सबके लिए’ को प्रदेश में लागू करने के लिए योगी सरकार पूरा जोर दे रही है.
- इसी क्रम में यह निर्णय किया गया है अनधिकृत तरीके से बसाई गई कॉलोनियों में भगवा रंग के खंभे लगवाए जाएंगे.
- अनधिकृत कॉलोनियों को अधिकृत करने के साथ ही वहां भगवा रंग के खंभे गड़वा दिए जाएंगे.
- उत्तर प्रदेश बिजली नियामक (UPPCL) ने इसी क्रम में काम करना भी शुरू कर दिया है.
- इस बाबत पूछने पर बिजली विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जल्द ही प्राधिकरण ऐसी कॉलोनियों में यह योजना लागू करने जा रही है.
- उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि अनधिकृत कॉलोनियों की पहचान आसानी से की जा सके इसीलिए खंभों का रंग बदला जा रहा है.
- UPPCL के मुताबिक, करीब 30,000 अनधिकृत कॉलोनियों में बिजली मुहैया कराने का लक्ष्य है.
- आंकड़ों के मुताबिक, इनमें से 350 अनधिकृत कॉलोनियां तो सिर्फ राजधानी में ही हैं.
- बता दें कि यूपी सरकार की ‘सुगम संयोजन योजना’ के तहत ही यह योजना लागू की जाएगी.
- इस योजना के तहत हर तीन नए बिजली उपभोक्ता को एक खंभा उपलब्ध कराया जाता है.
- हालांकि, इन भगवा खंभों की योजना को लागू करने के लिए कितना खर्च आएगा यह अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है.
- बता दें कि प्रदेश की रोडवेज बसों की खेप में भी भगवा रंग की बसों को शामिल करने की योजना बनाई गई है.
- सार्वजनिक स्थलों व चीजों को अपनी पार्टी का रंग देना राजनीतिक दलों का शौक रहा है.
- इसीलिए यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जब साइकिल ट्रैक का निर्माण कराया तो उसे अपनी पार्टी का रंग दे दिया था.
- इसी क्रम में बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने मुख्यमंत्रित्व कार्यकाल में प्रदेश को नीले रंग में रंग दिया था.