डॉ एके बंसल हत्याकांड मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस हत्याकांड में शक के दायरे में सपा व बीजेपी के नेता भी आ रहे हैं। इलाहाबाद में अपने ही जीवन ज्योति अस्पताल में मारे गए डॉ. एके बंसल का इन दिनों सबसे बड़ा विवाद सपा सरकार में मंत्री मनोज कुमार पांडेय के संरक्षण में एक व्यक्ति से चल रहा था। जिसके पीछे मड़ियांव स्थिति महर्षि यूनिवर्सिटी पर अधिकार को कारण बताया जा रहा है।
हत्या से पहले एएसपी के सामने उठाया था मामला
- सूत्रों के अनुसार डॉ. एके बंसल का इस यूनिवर्सिटी को लेकर दिल्ली के कारोबारी अजय प्रकाश श्रीवास्तव से विवाद चल रहा था।
- बसंल ने आरोप लगाया था कि अजय यह सब सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री मनोज के दम पर कर रहा है।
- इस संबंध में डॉ.बंसल की हत्या से एक दिन पहले ही 11 जनवरी को मड़ियांव थाने में दोनों पक्ष की बैठक हुई थी,
- इस बैठक में एएसपी ट्रांसगोमती दुर्गेश कुमार की मौजूदगी में बसंल और अजय की तरफ से आए लोगों ने अपनी बात रखी।
- इस दौरान डॉ.बंसल की तरफ से महर्षि यूनिवर्सिटी से जुड़े सारे दस्तावेज पुलिस को सौंप दिए गए थे।
- लेकिन अजय पक्ष के लोग यूनिवर्सिटी से जुड़ा कोई भी दस्तावेज पुलिस के सामने नहीं पेश कर सकें।
- इसके बाद यूनिवर्सिटी पर हक को लेकर 15 जनवरी को फैसला होना था।
- लेकिन बैठक के अगले दिन ही बंसल की अस्पताल में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
फैसले के बाद किया पुलिस को सूचित
- मड़ियांव स्थित महर्षि यूनिवर्सिटी, महर्षि इंस्टिट्यूट ऑफ क्रिएटिव व इंटेलिजेंस इन इंडिया सोसायटी के तहत संचालित होती है।
- यूनिवर्सिटी के कब्जे को लेकर फिलहाल कई कोर्ट में केस चल रहे हैं।
- कुछ दिन पहले ही डॉ.बंसल के पक्ष में फैसला आया था,
- इसी के बाद डॉ.बंसल ने एसएसपी लखनऊ को इससे जुड़ा एक प्रार्थना पत्र दिया था।
- ताकि वह कानूनी रूप से इसे संचालित करवा सकें।
सपा नेता की पत्नी को बनाया वीसी
- सपा मंत्री मनोज कुमार की पत्नी नीलम पांडेय इस विवादित यूनिवर्सिटी की वीसी बनाई गई थी।
- इस नियुक्ति को लेकर भी डॉ.बंसल ने सवाल उठाया था।
- उन्होंने कहा था कि सपा नेता की पत्नी की नियुक्ति नियम के विरूध हुई है।
- वह इस पद की हकदार नहीं है।
- उन्होंने इस मामले को लेकर शासन में भी शिकायत की थी।
- शासन में भेजी गई शिकायत में डॉ.बंसल ने यूपी बीजेपी के बड़े नेता का नाम भी लिया था।
- उन्होंने शिकायत में कहा, यूनिवर्सिटी में पैसा लगाने के लिए अजय के साथ एमओयू, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या की मौजूदगी में हुआ था।
डॉ. बंसल को पहले से थी हमले की आशंका
- डॉ. बंसल ने पुलिस को पहले ही सूचित कर दिया था कि अजय से उनकी जान को खतरा है।
- अजय सपा नेता के दम पर उन्हें यूनिवर्सिटी के अंदर तक नहीं जाने देता था।
- क्योंकि यह लोग इस बीच यूनिवर्सिटी की जमीन लगातार बेच रहे थें।