निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.संजय कुमार निषाद के सम्मान में स्वागत समारोह का आयोजन किया गया।
निषाद आरक्षण के मुद्दे को गृहमंत्री भारत सरकार अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष बीजेपी जेपी नड्डा, और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समक्ष रखने और जल्द से जल्द हल करने के वादे के बाद आज अध्यक्ष लखनऊ से गोरखपुर जाते समय अयोध्या प्रयागराज हाइवे पर निषाद समाज और निषाद पार्टी के कार्यकताओं द्वारा भव्य स्वागत समारोह का आयोजन किया गया।
डॉ.निषाद ने कहा मंत्रिमंडल विस्तार में हमारी उपस्थिति दूसरी या फिर अंतिम प्राथमिकता हो सकती है। समाज हित के लिए हमें मंत्री पद क्या दूनिया के सभी सुखों का त्याग करना पड़े तो भी करने को तैयार है। निषाद पार्टी ने ना कभी मंत्री पद मांगा है ना ही विधानसभा चुनावों मेंसीटों को लेकर कोई उहापोह है।
डॉ. निषाद का राजनीति में आने का एक ही उद्देश्य एक ही ध्येय है वो है मछुआ एससी आरक्षण और मछुआ समाज का विकास। केन्द्र और राज्य में काबिज बीजेपी सरकार मछुआ आरक्षण दें हम बीजेपी के साथ ही रहेंगे।
निषाद पार्टी एससी मछुआ आरक्षण लेने के लिए प्रतिबद्ध है और जब तक आरक्षण मिल नहीं जाता निषाद पार्टी इसकी लड़ाई लड़ती रहेगी। निषाद पार्टी की एक ही प्राथमिकता मछुआ एससी आरक्षण लागू करवाना।
डॉ निषाद ने कहा कि बीजेपी और मौजूदा प्रदेश सरकार निषाद आरक्षण विरोधी नही है, प्रदेश की सरकार के मुखिया ने बतौर सांसद कई बार निषाद आरक्षण का मुद्दा उठाया है, ऐसे में जो प्रदेश के अधिकारी है ये सरकार को निषाद समाज के कल्याण की गलत रिपोर्ट लगा देते है और प्रदेश सरकार को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। क्योंकि ये अधिकारी ऊपर से सरकार के साथ है परंतु ये काम सपा और बसपा का कर रहे हैं।
निषाद पार्टी हमेशा से समाज के हित की बात करती आई है, और समाज हित के लिए ही 2019 में हम भाजपा से जुड़े थे और भाजपा ने कहा था की सत्ता में आते ही निषादों के आरक्षण के मुद्दे को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा।
परंतु बीजेपी अभी प्राथमिकता तो छोड़िए अंतिम प्राथमिकता भी आरक्षण को नहीं रख रही है क्योंकि अधिकारी कभी सही रिपोर्ट लगाते ही नही और जिसके चलते निषाद आरक्षण अटकता जा रहा है ऐसे में निषाद समाज में काफी रोष है और निषाद समाज के रोष के चलते ही हाल में हुए पंचायत चुनावों में भाजपा को काफी नुकसान उठाना पड़ा। मछुआ समाज ने देश को आजाद करवाने में सबसे बड़ा योगदान दिया था और संविधान में भी मझवार, गौड़, तुरैया, कोली आदि को अनुसूचित जाति के अंतर्गत शामिल किया गया था परंतु कांग्रेस की कूनीतियों के चलते 1992 में मछुआ समाज को धोखे से अनुसूचित जाति से बाहर कर दिया गया, बसपा और सपा ने भी निषादों को आरक्षण के नाम पर धोखा देने का काम किया मौजूदा स्थिति में बीजेपी भी कांग्रेस के मार्ग पर चल रही है और जिस निषाद समाज ने 2017 करे विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 323 और 2019 में 65 सीटें देने का काम किया आज वो ही समाज आरक्षण विहिन है जबकि कसरवल आंदोलन के समय मौजूदा सीएम और तबके गोरखपुर सांसद योगी आदित्यनाथ जी ने ही संसद में निषाद आरक्षण के मूद्दे का समर्थन किया था परंतु अब योगी जी अपने वायदा पूरा करते नहीं दिख रहे हैं और ऐसे में बीजेपी को 2022 में निषादों की उपेक्षा करना भारी पड़ेगा।
निषाद पार्टी की सरकार से गिनी चुनी मांगे है:- पहली प्राथमिकता मछुआ एससी आरक्षण लागू करवाना साथ ही नदी ,ताल ,घाट के किनारे बसने वाले वाले मछुआरों पर दर्ज किए सभी मुकदमे वापस हो।सरकार उनपर लादे सभी मुकदमे वापस ले और इन क्षेत्रों के सभी भ्रष्टाचारी अधिकारियों को निलंबित करे। नदी ,ताल ,घाट और बालू के पट्टे मछुआरों को आवंटित किए जाए एक कानून बनाया जाए की नदी ताल घाट के किनारे की जमीन मछुआरों के लिए आरक्षित की जाए।
मंत्रिमंडल और केंद्र या राज्य सरकार में हिस्सेदारी हमारी अंतिम प्राथमिकता है, हमारी संख्या उत्तर प्रदेश में 18 फीसदी है और इतनी बड़ी जनसंख्या का एक प्रतिनिधि सदन में होना चाहिए। भाजपा राज्यसभा भेजने का वादा निभाए और अगर राज्य में डिप्टी सीएम मिल जाता है तो इससे बेहतर क्या होगा।
हाल ही में केंद्र के आरजीआई का हवाला देते हुए मछुआ आरक्षण को रद्द कर दिया है परंतु मछुआ आरक्षण आरजीई के अतर्गत आता ही नहीं है।
मौजूदा सरकार में अगर समय आरक्षण नहीं मिलता और निषाद समाज के हितों में नदी ताल घाटों का पट्टे मछुआ समाज के नाम नहीं करती तो निषाद पार्टी निषाद समाज के कल्याण और भविष्य के लिए सड़क पर उतरेंगी जिसकी जिम्मेदार मौंजूदा सरकार होगी।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष आशाराम निषाद सहित मंडल अध्यक्ष राजेश कुमार निषाद, जिला संयोजक निन्हूराम निषाद ,जिला अध्यक्ष आसाराम निषाद , महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष निशा निषाद,युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष अनिल कुमार निषाद, जिला सचिव महादेव निषाद, सुहावल ब्लॉक अध्यक्ष अमृतलाल निषाद,आनंद सिंह, सुधीर निषाद, नरेंद्र श्रीवास्तव, प्रेम सागर निषाद, विश्वनाथ निषाद, रिंकू निषाद ,प्रेम सागर निषाद ,रामकरण निषाद विधानसभा अध्यक्ष गोसाईगंज, अजय कुमार निषाद सहायक विधानसभा अध्यक्ष, दिनेश निषाद जिला सचिव ,पंकज वर्मा, राजेश निषाद, सरवन निषाद महानगर उपाध्यक्ष ,गोसाईगंज विधानसभा उपाध्यक्ष विजय निषाद , विजय निषाद ,लालता निषाद, गोविंद निषाद, मीडिया प्रभारी शिव शंकर निषाद, राम कुमार निषाद, झिनकान निषाद, विजय निषाद।
Report – Vinod