उत्तर प्रदेश के डीजी होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ला का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में कहा जा रहा है कि डीजी कई मुस्लिम नेताओं के साथ एक कार्यक्रम में अयोध्या में राम मंदिर बनाने की शपथ ले रहे हैं। उन्होंने कई राम भक्तों और मुस्लिम नेताओं के साथ अयोध्या में जल्द राम मंदिर बनाने की शपथ ली।
28 जनवरी का वीडियो हो रहा वायरल
वायरल वीडियो के अनुसार, लखनऊ विश्वविद्यालय में राम मंदिर पर एक सेमिनार में आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का आयोजन मुस्लिम कार सेवा मंच के अध्यक्ष आजम खां और कई दूसरे नेताओं ने किया था। कार्यक्रम में डीजी होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ला भी शामिल हुए थे। 28 जनवरी को लखनऊ यूनिवर्सिटी में मुस्लिम कार सेवक मंच के कार्यक्रम ‘अखिल भारतीय समग्र विचार पृष्ठ’ में कुछ लोग राम मंदिर बनाने के लिए शपथ ले रहे थे। उनमें आईपीएस अधिकारी सूर्यकुमार शुक्ला के अलावा मुस्लिम कार सेवक मंच के अध्यक्ष आजम खान और कई अन्य लोग मौजूद थे। इस कार्यक्रम में उनके साथ हिंदू मंच के आजम खान सबको शपथ दिलवाते नजर आ रहे हैं।
मीडिया वीडियो को गलत तरीके से चला रही: डीजी
डीजी होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ला ने मामले में स्पष्टीकरण देते हुए कहा, ‘मेरे कहने का गलत मतलब निकाल लिया गया है। मैंने स्पष्ट तौर पर कहा है कि राम मंदिर का मुद्दा अभी न्यायालय में लंबित है। इस पर कुछ बोलना अभी उचित नहीं है। वीडियो में मैं जो प्रतिज्ञा लेता दिख रहा हूं, वो शांति के लिए है ना कि राम मंदिर के लिए।’ उन्होंने कहा कि मैं मुस्लिम समुदाय के कार्यक्रम में गया था। किसी ने ये शरारत की है, कार्यक्रम में मीडिया को जाने की अनुमति नहीं थी। कार्यक्रम में मौजूद किसी व्यक्ति ने ही ये वीडियो वायरल किया है। सूर्य कुमार शुक्ला ने कहा कि वीडियो ऐसे चलाया जा रहा है जैसे जोर जबरदस्ती से राम मंदिर निर्माण की बात कही जा रही है। वहां पर तो शांति व्यवस्था के साथ राम मंदिर निर्माण की बात हो रही थी। शांतिपूर्ण ढंग से विवाद के निपटारे की बात हो रही थी।
शपथ लेना सर्विस रूल बुक का उल्लंघन
जानकारों का कहना है कि बतौर डीजी रहते ऐसे राजनीतिक और सामाजिक आयोजनों में हिस्सा लेने के साथ इतना ही नहीं, बल्कि कार्यक्रम में शरीक होते हुए राम मंदिर बनाने के लिए शपथ लेना सर्विस रूल बुक का उल्लंघन है। इसके साथ ही डीजी के इस कथन के बाद योगी आदित्यनाथ सरकार की किरकिरी भी हो सकती है। सूर्य कुमार शुक्ला का खुले मंच से सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करते हुए शपथ लेने का यह वीडियो वायरल हो रहा है। वह काले कोट में शपथ लेते दिखाई दे रहे हैं।
कांग्रेस ने डीजी पर की कार्रवाई की मांग
डीजी होमगार्ड सूर्य कुमार शुक्ला के मंदिर बनवाने के संकल्प वाले वीडियो पर कांग्रेस ने कहा है कि प्रदेश में अधिकारियों पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेजारी है, वो खुद ही माहौल बिगाडऩे में जुटे हैं। उत्तर प्रदेश के कांग्रेस प्रवक्ता सुबोध श्रीवास्तव कहा कि आईपीएस अधिकारी ने सर्विस रूल का उल्लंघन किया है। इस मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार को उनके खिलाफ कार्रवाई जरूर करनी चाहिए।
साउथ और गुजरात के हिन्दुओं में राम के प्रति बहुत आस्था
हिंदू मंच के आजम खान ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए हिन्दुओं को जागरुक होने की जरुरत हैं। उन्होंने कहा कि अगर 100 करोड़ हिन्दुओं के होते हुए भी राम मंदिर का निर्माण नहीं हो रहा है तो यह सोचने की बात है। उन्होंने कहा कि मैं एक भक्त होने के नाते यहां आया हूं। कोर्ट में राम मंदिर का मु्द्दा जाना भी अच्छी बात नहीं है। आजम खान ने कहा कि भगवान राम उत्तर प्रदेश यूपी के हैं इसलिए यहां के लोगों में उनको लेकर जागरुकता नहीं है। साउथ और गुजरात के हिन्दुओं को जाकर देखें उनके लिए राम की आस्था कितनी है।
कौन हैं आईपीएस सूर्य कुमार शुक्ला
आईपीएस अधिकारी सूर्य कुमार शुक्ला मूलरूप से रायबरेली जिला के रहने वाले हैं। वह 1982 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। सपा सरकार में सूर्य कुमार शुक्ला को एडीजी एसआईटी जैसे महत्वपूर्ण पद पर तैनात किया गया था। इसके बाद 2014 में उनको डीजी के पद पर प्रोन्नत किया गया। सूर्य कुमार शुक्ला इससे पहले लखनऊ के साथ ही साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर के एसएसपी के पद पर भी कार्य कर चुके हैं। वह 1997 में डीआईजी बने। इसके बाद प्रमोशन आईजी के पद पर हुआ। 2010 में सूर्य कुमार शुक्ल की तैनाती एडीजी के रूप में हुई। सूर्य कुमार शुक्ला अखिलेश यादव सरकार में पुलिस महानिदेशक के पद की दौड़ में थे। भाजपा सरकार में सुलखान सिंह के बाद इनका भी नाम डीजीपी की रेस में आया था। उनकी जगह ओपी सिंह को प्रदेश को नया डीजीपी बनाया गया। वर्तमान समय में वह डीजी होमगार्ड के पद पर तैनात हैं।