- उत्तर प्रदेश डीआरडीए इंप्लाइज यूनियन कर्मियों को राजकीय कर्मचारी घोषित करते हुए ग्राम्य विकास विभाग में संविलयन न किए जाने के विरोध में आज लखनऊ में रैली का आयोजन किया गया है।
- डीआरडीए कर्मियों ने सामूहिक अवकाश लेकर लखनऊ में आज जवाहर भवन से मुख्यमंत्री आवास तक रैली निकाली। हालांकि उन्हें पुलिस ने बीच में ही रोक लिया।
- डीआरडीए कर्मियों का कहना है कि वे वेतन, भत्ते व अन्य सुविधाओं की को लेकर अंधकार में जी रहे हैं। बावजूद इसके प्रदेश सरकार उनकी मांग का तवज्जो नहीं दे रही है।
- केंद्र सरकार के दिशा निर्देश पर कई राज्यों में डीआरडीए कर्मियों को राज्य कर्मचारी का दर्जा देकर समायोजित करके राज्य कर्मचारियों की भांति सुविधाएं मिल रही हैं।
- पूरे प्रदेश के डीआरडीए कर्मी आज हड़ताल पर रहें। और प्रदेश स्तर पर रैली कर रहें हैं। मालूम हो कि डीआरडीए कर्मी लम्बे समय से अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहें है।
- इससे पहले यूपी सरकार से अनुमोदन प्राप्त करने के बाद यह पत्रावली कर्मिक विभाग, विभाग न्याय विभाग और वित्त विभाग को पत्रावलियां भेजी गई थी।
- जिसमें कर्मिक विभाग द्वारा स्वीकृति प्रदान की गई है, लेकिन लम्बे समय के बाद भी वित्त विभाग द्वारा सहमति नहीं दी गई है।
- बताया जा रहा है कि यूपी के ग्राम्य विकास विभाग में इस वक्त कई पद रिक्त चल रहे हैं, जिसके चलते डीआरडीए कर्मियों को विकास विभाग में समायोजित करने से सरकार पर कोई अतिरिक्त वित्तीय भार नहीं आएगा।
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