उत्तर प्रदेश में वन विभाग की तरफ से मनाये जा रहे इंटरनेशनल बर्ड फेस्टिवल में जहां दुधवा नेशनल पार्क में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन दिन के अंतरराष्ट्रीय बर्ड फेस्टिवल का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान सीएम ने कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया। दुधवा के टाइगर हैवेन में आयोजित बर्ड फेस्टिवल में देश और विदेश के तमाम फोटोग्राफर, पक्षी विशेषज्ञ हिस्सा ले रहे हैं। वहीं आगरा जिला में कंजर्वेटर रमेश पाण्डेय के निर्देश पर स्कूली बच्चों व बाल सुधार गृह के बच्चों को कार्यक्रम से जोड़ा गया है। बच्चे इस कार्यक्रम काफी आनंदित दिखे। बता दें कि आगरा सर्किल के सभी जिलों में वन विभाग उत्साह पूर्वक कार्यक्रम करा रहा है।
शुरू की जा सकती है हवाई सेवा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन दिन के अंतरराष्ट्रीय बर्ड फेस्टिवल का शुक्रवार को उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया। सीएम योगी ने कहा कि, दुधवा पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए हवाई सेवा शुरू की जाएगी। दिल्ली से पलिया तक 25 सीटर जहाज उड़ाने की तैयारी की जाएगी। सड़क मार्ग को भी बेहतर किया जाएगा।
33 किलोमीटर अल्ट्रा स्लो स्पीड में चलेगी ट्रेन
डीएम शैलेंद्र सिंह ने बताया कि दुधवा में काफी टेबल बुक, लखनऊ जू पर बनी किताब और इको सर्किट का लोकार्पण किया गया। पर्यटन विभाग एनईआर के साथ मिलकर मैलानी से बिलराया 33 किलोमीटर अल्ट्रा स्लो स्पीड में ट्रेन चलाएगा। यह ट्रेन 10 किलोमीटर की स्पीड में चलेगी। हर बोगी में एक नेचर गाइड होगा जो जंगल की जानकारी देगा। वहीं दुधवा बर्ड फेस्टिवल के लिए लखनऊ, लखीमपुर, सीतापुर, हरदोई आदि जिलों से डीएफओ कार्यालय से बसें भी दुधवा के लिए चलाई जाएंगी। ये सुविधाएं नि:शुल्क होंगी।
देश के अलावा विदेशों के कई नामी फोटोग्राफर हो रहे शामिल
फेस्टिबल में देश के अलावा विदेशों के कई नामी फोटोग्राफर आ रहे हैं। वे दुधवा में मौजूद 450 से अधिक पक्षियों की प्रजाति को अपने कैमरों में कैद करेंगे। बर्ड फेस्टिवल इससे पहले दो बार आगरा में आयोजित किया गया था। प्रदेश का इकलौता दुधवा टाइगर रिजर्व हरी भरी वन सम्पदा के अलावा अपने घने जंगल में विभन्न दुर्लभ वन्यजीवों के लिये जाना जाता है। दुधवा एक सींघ वाले गैंडों व वनराज की दहाड़ों के अलावा बांके ताल व किशनपुर सेंचुरी के झादीताल के लिए प्रसिद्ध है।
थारु नृत्य, उनके पहनावे का भी प्रदर्शन
बर्ड फेस्टिवल का प्रमुख हिस्सा जंगलों के बीच बसा थारू संस्कृति भी है। इसके लिए यहां 30 स्टाल भी लगाए गये हैं। कार्यक्रम के दौरान थारु नृत्य, उनके पहनावे का भी प्रदर्शन किया जाएगा। आयोजन में अर्थ मैटर फाउंडेशन के माइक पांडे्य ब्रांड एम्बेस्डर है। वे मूल रूप से यूपी के निवासी हैं।
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