उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 3 दिन की महाहड़ताल की जा रही है, जिससे यूपी में लगभग चक्का जाम की स्थिति बन गयी है।
अस्पतालों में बिना डॉक्टर मरीज परेशान:
- सूबे में आज 3 दिन की महाहड़ताल में करीब 16 लाख से अधिक कर्मचारी भाग ले रहे हैं।
- 3 दिनों की महाहड़ताल में स्वास्थ्य कर्मी भी शामिल हुए हैं।
- जिससे राजधानी के कई अस्पतालों में मरीज बिना किसी चिकित्सीय परामर्श के परेशान हो रहे हैं।
- हड़ताल के चलते हॉस्पिटलों में मरीजों की जांच आदि भी नहीं की जा रही है।
- हॉस्पिटलों में दवा के काउंटर भी 3 घंटे के लिए बंद कर दिए गए हैं।
- गौरतलब है कि, हड़ताल में स्टाफ नर्स, फार्मासिस्ट, लैब टेकनीशियन भी हड़ताल में शामिल हैं।
- प्रदर्शन के चलते राजधानी के सिविल, लोहिया, बलरामपुर, डफरिन, लोकबंदु सभी हॉस्पिटलों में प्रदर्शन के चलते काम-काज ठप्प कर दिया गया है।
40 हजार सफाई कर्मचारियों की भर्ती में आरक्षण का विरोध:
- उत्तर प्रदेश में 250 कर्मचारी और शिक्षक संगठनों के 16 लाख से अधिक कर्मचारी आज महाहड़ताल कर रहे हैं।
- गौरतलब है कि, वो 40 हजार सफाई कर्मचारियों की भर्ती में आरक्षण का विरोध कर रहे हैं।
- इस दौरान महाहड़ताल में पूरे प्रदेश से कर्मचारियों का दल इकठ्ठा होंगे।
- महाहड़ताल नगर निगम कार्यालय से शुरू होगी, संब ओधन के बाद सभी लोग विधानसभा का घेराव करेंगे।
मांगे:
- महाहड़ताल में करीब 16 लाख कर्मचारी आज शामिल होंगे।
- उनकी मांगे हैं कि, संविदा सफाई कर्मचारियों के पदों पर नियुक्ति के लिए आरक्षण व्यवस्था को खत्म किया जाये।
- कर्मचारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया शासकीय संकल्प 26 सितबर 1968 के आधार पर की जाये।
- नगर निगम और नगर पालिका के 35 हजार पदों पर सफाई कर्मचारियों को स्थायी करने की मांग की है।