बीते दिनों उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले में पूर्व ब्लॉक प्रमुख की हत्या से सनसनी फैल गई थी। इनामी नक्सली की बहन का शव जंगल में रक्तरंजित अवस्था में मिला था। घटना की सूचना इलाके में आग की तरह फैल गई। लोगों का हुजूम घटना स्थल पर पहुंच गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पुलिस ने इस मामले में आधा दर्जन से अधिक लोगों को हिरासत में लिया था और पूछताछ की थी। मृतक महिला सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की दत्तक पुत्री थी जिसे उन्होंने मृतका को गोद ले रखा था। चंदौली में मुलायम सिंह की दत्तक पुत्री की तेरहवीं रखी गयी थी जिसमें सपा से कई बड़े नेता शामिल हुए थे।
मुलायम सिंह यादव की थी दत्तक पुत्री
खबरों के अनुसार बासमती कोल को समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने गोद ले रखा था। बासमती मुलायम की दत्तक पुत्री थीं। बासमती हार्डकोर नक्सली लालबरत कोल की बहन थीं। लालबरात कोल पर पुलिस ने इनाम भी घोषित किया हुआ है। बता दें कि पिछले साल 2016 में हार्डकोर नक्सली लालबरत कोल की नक्सली बहन पुष्पा कोल ने पूर्व लोक निर्माण मंत्री शिवपाल यादव की सभा के दौरान सपा का दामन थाम लिया था। यह जानकारी चंदौली सपा जिलाध्यक्ष सत्यनारायन राजभर ने दी थी। इस दौरान नक्सली लालबरत कोल की नक्सली बहन पुष्पा कोल चार साल की सजा काटकर जेल से लौटी थी। पुष्पा को नक्सलियों का साथ देने के आरोप में जेल की सजा कटनी पड़ी थी।
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पूर्व मंत्री हुए तेरहवीं में शामिल :
पूर्व प्रमुख बासमती कोल के तेरहवीं में श्रद्धांजलि देने के लिए पांच हजार से अधिक लोग गांव में पहुंचे थे। सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के प्रतिनिधि के रूप में पूर्व कैबिनेट मंत्री और वर्तमान विधायक दुर्गा प्रसाद यादव पहुंचे और दिवंगत बासमती कोल को श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके अलावा उन्होंने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का संदेश भी जनता को दिया। हालाँकि मुलायम सिंह यादव खुद इस कार्यक्रम में आने वाले थे लेकिन अंतिम समय में उनका प्रोग्राम कैंसिल हो गया था। सोनभद्र के पूर्व सांसद पकौड़ी कोल भी तेरहवीं कार्यक्रम में पहुंचे थे।