इस बार मिनी बंगाल के रूप में जानी जाने वाली भगवान शिव की नगरी काशी में दुर्गा पूजा अपनी अलग ही छटा बिखेर रही है। यहां दुर्गा पूजा पंडालों में उरी में सेना कैंम्प पर हुए आतंकी हमले को मुख्य मुद्दा बनाया गया है। मालूम हो कि कश्मीर के उरी सेक्टर में आतंकी हमले में सेना के 18 जवान शहीद हो गये थे। इस हमले के बाद भारतीय जांबाज जवानों ने आतंकवादियों और उसके पनाहगार पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया है।
- भारतीय जवानों की इस झांकी को प्रतिमाओ के रूप में धर्म नगरी काशी के पूजा पंडालों में दिखाया जा रहा है।
- झांकी के माध्यम से शहीद हुए सेना के जवानो को सच्ची श्रधांजलि भी दी जा रही है।
- रेशम कटरा दुर्गा पूजा समिति ने इस वर्ष अपने पंडाल से इन शहीदों को श्रद्धांजलि दी है।
- इस पूजा पंडाल में उरी में आतंकवादी हमले के बाद सेना द्वारा किये गए सर्जिकल स्ट्राइक को स्टेच्यू और वाल पेंटिंग के ज़रिये दर्शाया गया है।
- साथ ही केंद्र सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम की तर्ज पर पंडाल को रूप दिया गया है।
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मुहर्रम, दुर्गा पूजा और दशहरे के लिए जिला प्रशासन और पुलिस ने कमर कसी!
कागज से बनाई मां दुर्गा की प्रतिमाः
- शहर के हथुआ मार्किट के यंग बॉयज क्लब ने तमिलनाडु का प्रसिद्द वृहदेश्वर मंदिर का हूबहू पंडाल तैयार किया हैं।
- इसकी ऊंचाई 100 फिट और चौड़ाई 50 है। इस पंडाल में दुर्गा जी की प्रतिमा कागज की बनाई गई है।
- इसे तैयार करने में 40 कारीगरों ने 60 दिन का समय लिया था।
- वहीं, पंडाल की लागत 8 लाख रूपये बताई जा रही हैं।
- काशी में सजे इन विशेष पंडालों को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है।