उत्तर प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रदेश की सुविधाओं को बेहतर बनाने का एक और प्रयास शुरू किया है।उन्होंने केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद व जगत प्रकाश नड्डा से नई दिल्ली में मुलाकात कर अनुरोध किया है कि उत्तर प्रदेश में भी ई-हास्पिटल स्कीम शुरू की जाए। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सरकारी अस्पताल में प्रतिवर्ष 11 करोड़ लोग ईलाज के लिए आते है, लेकिन अस्पताल में मरीजों की संख्या ज्यादा होने से सभी को अच्छा इलाज नहीं मिल पाता है।इससे मरीजों को दिक्कत होती है।
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100 हॉस्पिटल का है प्रस्ताव
- सरकारी अस्पतालों में रोजाना की ओपीडी हजारों में होती है।
- वही छोटे अस्पतालों की ओपीडी में भी रोजाना कम से कम 500 मरीज आते हैं।
- बड़ी संख्या में मरीजों के आने से उन्हें कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ता हैं।
- जैसे कि समय पर डॉक्टर न उपलब्ध होना, बिना समय लिए डॉक्टर सुनिश्चित न कर पाना आदि है।
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- इन दिक्कतों से छुटकारा पाने में ई-हास्पिटल योजना बहुत सहायक होगी।
- स्वास्थ्य मंत्री के अनुरोध पर केंद्रीय मंत्री ने उत्तर प्रदेश में 100 डिस्ट्रिक्ट हास्पिटल में ई-व्यवस्था का आश्वासन दिया।
- जिसमें टेक्नोलॉजी एवं ट्रेनिंग की व्यवस्था भारत सरकार का आई टी विभाग करेगा।
- सिद्धार्थ नाथ सिंह ने इस आश्वासन के लिए केन्द्र सरकार एवं विशेष रूप से रविशंकर प्रसाद व जगत प्रकाश नड्डा का धन्यवाद दिया।
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- उन्होंने कहा कि ई- हास्पिटल के कारण गांव से जिला अस्पताल आने वाले व्यक्तियों को काफी लाभ होगा।
- मरीजों को पहले से ही डाक्टर से मिलने का समय मिल जायेगा और उन्हें इंतजार भी नही करना पड़ेगा।
- साथ ही साथ डायग्नोस्टिक रिपोर्ट भी उपलब्ध हो जायेंगी।
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