उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिला में घाघरा नदी में नहाने के लिए उतरे करीब दो दर्जन लोगों में तेज बहाव में 8 लोग बह गए। लोगों की चीखपुकार सुनकर दौड़े लोगों ने डूब रहे कई लोगों को बचा लिया। डूबे हुए लोगों में आठ की मौत बताई जा रही है। इनमें से कई लोगों के शव बरामद हो गए हैं। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। घटना की सूचना पाकर मौके पर जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे। एसपी ने कहा है कि राहत एवं बचाव कार्य जारी है, लापता लोगों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
लखनऊ के रहने वाले थे बरामद पति पत्नी के शव
जानकारी के मुताबिक, बाराबंकी के टिकैतनगर थाना क्षेत्र के रामपुर हड़ाहा गांव के निकट घाघरा में उतरे आठ लोग तेज बहाव के चलते एक के बाद एक डूबने लगे। घटना के बाद कोहराम मच गया। डूबने वालों में दो के शव बाहर निकाले गए जो पति अमजद (35) व उनकी पत्नी धन्नो (32) के निकले। दोनों ही लखनऊ के तेलीबाग निवासी थे। ग्रामीणों ने अन्य लोगों की तलाश शुरू की पर देर शाम तक किसी का पता नहीं लग सका था। मौसम खराब होने के कारण रेसक्यू कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही थी। एसडीएम सिरौलीगौसपुर व स्थानीय पुलिस घटना की जानकारी पर मौके पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य कर रही है।
दावत में शामिल होने आये थे रिश्तेदार
ग्रामीणों के मुताबिक, कस्बा इचौली निवासी शहनवाज पुत्र शब्बीर के यहां दस्तारबंदी की दावत में शामिल होने के लिए शनिवार को कई रिश्तेदार आए थे। उन्हीं में से आठ लोग रविवार को रामपुर हड़ाहा गांव के निकट शाम करीब छह बजे घाघरा के बरायनघाट पर घूमने गए थे। यहां पानी में उतर कर एक-दूसरे पर पानी डाल ही रहे थे कि एक का पैर तेज बहाव के चलते फिसल गया और वह डूबने लगा। उसी को बचाने में एक के बाद एक सभी लोग डूबने लगे।
नदी में पहले भी डूब चुके लोग
गौरतलब है कि 30 अक्टूबर 2017 को भी बरहज के वार्ड संख्या छह तिवारीपुर निवासी निशा वर्मा उर्फ चंचल (22) सरयू नदी के रामघाट पर मां व मोहल्ले की महिलाओं के साथ नदी में स्नान करते समय डूब गई थी। युवती के नदी में डूबने की सूचना के बाद से ही परिवार में मातम छा गया था।