उत्तर प्रदेश में भले ही पुलिस एनकाउंटर करके बदमाशों के अंदर खौफ पैदा करने का दावा किया हो लेकिन योगी राज में बदमाशों का जंगलराज चल रहा है। प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गयी है। ताजा मामला राजधानी लखनऊ के मलिहाबाद थाना क्षेत्र का है। यहां एक बुजुर्ग की गला दबाकर हत्या किये जाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। हत्या की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मृतक के घरवालों की तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। ये घटना जौरीय गांव के पास की है। पुलिस पूरे मामले की गहनता से पड़ताल कर रही है। फिलहाल हत्या की वारदात से मृतक के घर में कोहराम मचा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, मलिहाबाद क्षेत्र के रहीमाबाद स्थित लोधई गांव मजरा जमोलिया निवासी अलाऊद्दीन उर्फ अल्लादीन (56) लखनऊ सुन्नी वक्फ बोर्ड में बतौर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत थे। मो. सईद ने बताया कि उसके पिता रोज की तरह सोमवार की सुबह भी काम गए थे,लेकिन देर शाम तक वापस घर नहीं लौटे तो उनकी खोजबीन की गई,लेकिन सफलता नहीं मिली। बताया गया कि मंगलवार की सुबह शौच के लिए गए ग्रामीणों ने गांव के बाहर पानी भरे हौज की ओर गए तो देखा कि अलाऊददीन का शव औंधे मुंह हौज में पड़ा था। घरवाले उनकी तलाश कर रही रहे थे कि ग्रामीणों की सूचना पर मौके पहुंचे और उनकी दशा देख बेहाल हो गए।
मौके पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन शुरू की। इंस्पेक्टर मलिहाबाद का कहना है कि मृतक के बेटे सईद ने गांव के ही पांच लोगों राजेन्द्र पांडेय, राघवेन्द्र पांडेय, कमलेश नाथ पांडेय व असलम के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस को दी गई तहरीर में सईद ने बताया कि उन्हें पूरी तरह से भरोसा है कि पुरानी रंजिश को लेकर इन्हीं लोगों ने पिता अलाऊददीन को पानी में डूबो कर मार डाला है। पुलिस के मुताबिक इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। वहीं बुजुर्ग की हुई हत्या की खबर मिलते ही घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है।