यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पिछली 19 दिसंबर 2016 को रानी लक्ष्मी बाई वीरता पुरस्कार बांटे थे। इस दौरान अखिलेश यादव ने 306 महिला ग्राम प्रधानों के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय कार्य करने वाली 86 महिलाओं को सम्मानित किया था। जब महिलाओं को यह वीरता पुरस्कार बांटा गया था तो उनके चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ पड़ी थी। लेकिन एक बुजुर्ग महिला को मिले इस सम्मान का बैंक चेक बाउंस हो जाने से इस समय वह काफी उदास हैं।
आज भी परेशान है बुजुर्ग
- जानकारी के मुताबिक, हसनगंज इलाके के निरालानगर में रहने वाली कौशल्या पोपली को पिछले साल रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार मिला था।
- वह महापालिका नर्सरी स्कूल में बीस वर्ष तक प्रधानाचार्य रही इसे बाद वह सेवानिवृत हो गईं।
- उन्होंने रिटारमेंट होने के बाद भी पढ़ाने का कार्य जारी रखा इसके कारण उन्हें इस सम्मान के लिए चयनित किया गया था।
- कौशल्या के अनुसार, पिछले साल 18 दिसंबर का प्रशस्ति पत्र के साथ एक लाख का चेक (संख्या 696109) उन्हें 29 मार्च को दिया गया।
- जब उन्होंने इस चेक को बैंक ऑफ बड़ौदा की निरालानगर शाखा में उसे जमा कराया तो चेक बाउंस हो गया है।
- इसके बाद से आज तक कोई सुनवाई न होने पर वह परेशान हैं।
- बुजुर्ग की माने तो पुरस्कार मिलने के बाद वह काफी खुश थीं।
- मोहल्ले वाले भी बधाई देने पहुंच रहे थे लेकिन चेक बाउंस होने की सूचना उन्होंने किसी को नहीं बताई।
- वो इसलिए क्योंकि कहीं बदनामी ना हो।
- बुजुर्ग का कहना है कि वह चार बार खुद महिला एवं बाल विकास निगम के दफ्तर गईं, लेकिन हर बार लौटा दिया गया।
- उन्होंने 31 मार्च को प्रबंध निदेशक महिला कल्याण निगम को पत्र लिखकर चेक की वैधता तिथि बढ़ाने की मांग की, लेकिन आज तक उन्हें नया चेक नहीं मिल पाया।
ग्राम प्रधान का भी चेक झोल में फंसा
- वहीं गोसाईगंज के महुराकला की ग्राम प्रधान राजेश्वरी को भी सम्मानित किया था।
- उनके चेक में राजेश्वरी के बजाय राजेश्वरी देवी लिख गया।
- अब वह चेक से देवी शब्द हटाने के लिए ग्राम प्रधान के पति गोसाईगंज से बंगला बाजार में महिला कल्याण निगम के दफ्तर कई चक्कर लगा चुकी हैं।
- उनका आरोप है कि घूसखोरी के चक्कर में ना तो आज तक दूसरा चेक मिला और ना ही कहीं सुनवाई हो रही है।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
- हालांकि इस मामले में महिला एवं बाल कल्याण के निदेशक रामकेवल का कहना है कि बुजुर्ग कौशल्या पोपली की चेक बाउंस होने की जानकारी उन्हें नहीं है।
- अगर ऐसा है तो वह अपनी शिकायत दर्ज करा सकती हैं, वह इसकी जांच करवाएंगे।
- उन्होंने कहा कि शिकायत मिलने पर ग्राम प्रधान के चेक के बारे में भी पता किया जायेगा।
- जांच में जो सही होगा उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जायेगी।