राजधानी के सरोजनीनगर थाना क्षेत्र में पिछले दिनों हुए लूसी हत्याकांड की तर्ज पर इंदिरानगर थाना क्षेत्र स्थित सेक्टर 11 निवासी कृष्णा वार्ष्णेय (72) की लूटपाट के बाद हत्या कर दी गई। वृद्धा के बेटे के मुताबिक शाम सात बजे के करीब उन्होंने पुलिस को सूचना दी। सूचना के दो घंटे बाद डॉग स्क्वायड और ढाई घंटे बाद फिंगर पिंट्र दस्ता पहुंचा। डॉग स्क्वायड घर के बाहर स्थित एकता पार्क के चक्कर लगाकर दोबारा घर आ गया। वृद्धा की नाक और मुंह से खून निकल रहा था। सिर पर पीछे की ओर चोट लगी थी। आशंका है कि उसकी गला दबाकर हत्या की गई है। एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक घटनास्थल से दो सौ मीटर दूरी पर एक घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में दो बदमाश कैद हुए हैं, जिनकी वृद्धा की नौकरानी ने पहचान करके बताया कि सुबह दोनों घर आए थे, पूछताछ करके चले गए।
एसएसपी ने दावा किया कि इन्हीं दोनों बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया। बदमाश छह हजार की नकदी और लाखों रुपये के जेवर लूट ले गए। गाजीपुर थाना क्षेत्र स्थित एकता पार्क के पास रहने वाले नितिन वार्ष्णेय एलआइसी हाउसिंग फाइनेंस में एरिया मैनेजर के पद पर तैनात हैं। नितिन के मुताबिक पांच जून से उनकी पत्नी गीतिका दोनों बेटियों के साथ अलीगढ़ मायके में हैं। बुधवार सुबह दस के करीब नितिन आलमबाग स्थित अपने एलआइसी ऑफिस चले गए। सुबह साढ़े नौ बजे के करीब कामवाली आई और 11 बजे चली गई। घर पर नितिन की वृद्ध मां कृष्णा वार्ष्णेय अकेले थीं। दोपहर बारह और दो बजे के बीच घटना को अंजाम दिया गया। शाम छह बजे के करीब कामवाली दोबारा घर पहुंची, तब घटना की जानकारी हुई। मौके पर एडीजी जोन राजीव कृष्णा, आइजी रेंज सुजीत कुमार पांडेय, एसएसपी दीपक कुमार, एएसपी टीजी हरेंद्र कुमार समेत अन्य अधिकारियों ने पहुंचकर घटनास्थल का मुआयना किया।
पुलिस पर लापरवाही बरतने का आरोप
इंदिरानगर में वृद्धा कृष्णा की हत्या के बाद से राजधानी पुलिस भी सवालों के घेरे में है। वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा को लेकर एसएसपी कार्यालय में एक सेल का भी गठन है, लेकिन मौजूदा में यह सेल सिर्फ कागजों में सिमट कर रह गई है। वरिष्ठ नागरिकों के घरों के आसपास गश्त के साथ उनका पुलिस द्वारा समय-समय पर हालचाल लेने का भी नियम है। वृद्धा की हत्या कर बदमाश दोपहर में आसानी से भाग जाते हैं और पुलिस को शाम को वृद्धा के बेटे से सूचना मिलती है।
हत्या से पहले दो बदमाश आये थे घर
इंदिरानगर निवासी बुजुर्ग महिला कृष्णा वार्ष्णेय की हत्या से पहले सुबह 11 बजे के करीब दो बदमाश उनके घर आए थे। कृष्णा की नाबालिग नौकरानी के मुताबिक दो व्यक्ति आए और पहले इन्वर्टर ठीक करने की बात कही, जिसपर कृष्णा ने कहा कि इन्वर्टर ठीक है। जिसपर दोनों ने कहा कि भूल गए आपके बेटे ने भेजा है, एक्वागार्ड ठीक करना है। इसपर कृष्णा ने कहा कि वह भी ठीक है। दोनों के जाने के बाद नौकरानी भी चली गई। एसएसपी दीपक कुमार ने बताया कि सुबह वृद्धा के घर पर आने वाले दोनों संदिग्ध व्यक्ति ही बदमाश हैं, सीसीटीवी फुटेज से नौकरानी ने इन्हीं दोनों की पहचान की है। घर में वृद्धा के अकेले होने की लोकेशन लेने के बाद दोपहर 12 से दो के बीच दोनों बदमाश दोबारा पहुंचे और लूटपाट के विरोध पर वृद्धा की हत्या कर दी। इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि घटना में किसी करीबी ने बदमाशों से घटनास्थल की रेकी कराई है।
नौकरानी चली गई थी पड़ोसी के घर
शाम छह बजे के करीब नौकरानी कृष्णा के घर पहुंचीं। घर का एक दरवाजा खुला था। नौकरानी ने अपनी मां को सूचना दी और जब मां के साथ घर के अंदर पहुंची। कमरे में वृद्धा का शव फर्श पर पड़ा था। इसके बाद नौकरानी पड़ोसी के घर चली गई। नेहा ने पूरी बात पड़ोसी को बताई। इसके बाद आसपास के लोग नितिन के घर पहुंचे। पड़ोसियों ने वृद्धा के बेटे नितिन को सूचना दी।