चुनाव आयोग ने यूपी के सभी मंडलों और जिलों के पुलिस-प्रशासन संग चुनावी तैयारियों पर मैराथन बैठक की। आयोग ने अफसरों से साफ कहा कि उनकी एकमात्र ‘निष्ठा’ निष्पक्ष चुनाव करवाने की होनी चाहिए। हर व्यक्ति बिना किसी भय बूथ तक पहुंचे यह सुनिश्चित किया जाएगा। आयोग ने बिना पूरी तैयारी के आए कुछ अफसरों को कड़ी फटकार भी लगाई।
चुनाव आयोग ने कहा कि जिस तरह से वोटरों की संख्या बढ़ी है उस तरह वोटिंग भी बढ़नी चाहिए। इसके लिए बूथों पर सारी बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। महिलाओं का मतदान प्रतिशत बढ़ाया जाए, खासकर बुंदेलखंड क्षेत्र में महिला वोटरों की संख्या बढ़ाने पर खास फोकस किया जाए। जो अफसर निर्देशों का उल्लंघन करेंगे उन पर सख्त एक्शन लिया जाएगा। बैठक में केंद्रीय चुनाव आयुक्त अशोक लवासा, सुशील चंद्रा, उप चुनाव आयुक्त उमेश कुमार, चंद्र भूषण कुमार, संदीप सक्सेना, मुख्य चुनाव अधिकारी एल. वेंकटेश्वर लू सहित दूसरे आला अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा की अगुआई में चुनाव आयोग का पूरा दल इस समय यूपी की चुनावी तैयारियां जांचने के लिए लखनऊ में हैं। गुरुवार को आयोग ने अलग-अलग चरणों में मंडलवार अफसरों के संग चुनाव से जुड़े एक-एक बिंदुओं की समीक्षा की। आयोग ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाने के लिए अपने अधीनस्थ अफसरों के साथ तुरंत बैठक करें, जहां जरूरी हो सोशल मीडिया का भी इसके लिए प्रभावी इस्तेमाल किया जाए। प्रदेश में असामाजिक तत्चों, गुंडागर्दी, बदमाशों, अवैध असलहाधारकों, शराब माफिया और नशीले पदाथों की तस्करी करने वालों को चिह्नित कर उनके खिलाफ ऐक्शन लिया जाए। चुनाव के दौरान धार्मिक या जातिगत भेदभाव न पनपने पाए।
आयोग का पूरा जोर ईवीएम की सुरक्षा व उसके सही इस्तेमाल पर रहा। पहली बार डीएम बनाए गए अफसरों से आयोग ने खास तौर पर बात की, उनके सुझाव जाने और उनको निर्देश दिए। वोटिंग के दौरान व्यवधान न हो इसके लिए वीवीपैट व ईवीएम की समय रहते जांच कर लिया जाए। रिजर्व ईवीएम को पोलिंग सेंटर तक पहुंचाने के लिए जीपीएस लगे वाहनों का इस्तेमाल किया जाएगा। सोशल मीडिया की मॉनीटरिंग के लिए हर जिले में मीडिया सेंटर स्थापित किया जाएगा।
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