5 डिब्बों में रेलवे इलेक्ट्रीफिशेन लाइन का तार फंस गया
रायबरेली- आरबीएनएल के कर्मचारियों की लापरवाही से हरचन्दपुर और रायबरेली के बीच ट्रेन के इंजन और 5 डिब्बों में रेलवे इलेक्ट्रीफिशेन लाइन का तार फंस गया जिसकी वजह से ट्रेन करीब 2 घंटे 20 मिनट तक डिडौली पुल पर ही खड़ी रही. इससे लखनऊ-रायबरेली रूट बाधित हो गया और तीन ट्रेनों को आसपास के स्टेशनों पर काफी देर तक रुकना पड़ा.
रेल महकमे में मचा हड़कम्प
उतरेटिया से रायबरेली तक आरबीएनएल की ओर से रेल लाइन का विद्युतीकरण कार्य कराया जा रहा है. बीती 27 दिसम्बर को डिडौली पुल पर कार्य हुआ था. गुरुवार रात करीब 08.34 बजे ट्रेन नंबर 22684 लखनऊ-यशवंतपुर सुपरफास्ट गंगागंज से पास घटना हुई. किलोमीटर संख्या 999/28 के पास डिडौली पुल पर अचानक तेज आवाज होने पर चालक ने ट्रेन रोक दी. उसने उतर कर देखा तो ट्रेन के इंजन और 5 डिब्बों में इलेक्ट्रीफिकेशन लाइन का तार बुरी तरह से फंस गया था. काफी प्रयास के बाद भी जब तार को हटाने में सफलता नहीं मिली तो गार्ड ने स्टेशन अधीक्षक और कन्ट्रोल रूम को सूचना दी. सूचना मिलते ही रेल महकमे में हड़कम्प मच गया.
बाकी ट्रेनों को भी इन्तजार करना पड़ा
आनन-फानन में यातायात निरीक्षक डीआर मीणा, स्टेशन अधीक्षक राकेश कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर प्रताप सिंह नेगी और आरबीएनएल का स्टाफ मौके पर पहुंच गये. काफी मशक्कत के बाद रात 11 बजे इंजन और डिब्बों पर फंसे तार को हटाया जा सका. तब कहीं जाकर ट्रेन रवाना हो सकी. 2 घंटे 20 मिनट तक लखनऊ-रायबरेली रेलमार्ग पूरी तरह से बाधित रहा. इस दौरान इलाहाबाद से सहारनपुर जा रही गाड़ी 14511 नौचंदी एक्सप्रेस को रायबरेली में 2 घंटे, वाराणसी से लखनऊ जा रही गाड़ी संख्या 14203 इंटरसिटी एक्सप्रेस को रूपामऊ में 50 मिनट और कानुपर से प्रतापगढ़ जा रही इंटरसिटी एक्सप्रेस को गंगागंज में 20 मिनट तक रोके रखा गया.
आवागमन बहाल होने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली
आवागमन बहाल होने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली. घटना की जांच के लिए रेलवे की ओर से ज्वाइंट कमेटी गठित की गई है. आरबीएनएल के अधिकारी घटना को लेकर तार चोरी करने का अंदेशा जता रहे हैं, जिससे तार खुल कर पोल से लटकने लगा है. फिलहाल जांच रिपोर्ट आने के बाद ही सही कारण का पता चल सकेगा.