उत्तर प्रदेश की घाघरा नदी में घटते जलस्तर ने बड़ी मुश्किल पैदा कर दी है, घाघरा नदी में बने एल्गिन-चरसड़ी बाँध का स्पर और काटवन पूरी तरह से नदी में डूब चुके हैं।
52 गांव खतरे के निशान पर:
- घाघरा नदी के घटते जलस्तर ने एल्गिन-चरसड़ी बाँध के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
- जिसके बाद बाँध के कटने की संभावना बढ़ गयी है।
- जिससे करनैलगंज इलाके के करीब 52 गांवो पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
- सिंचाई अभियंता बंधे को बचाने के सभी भरसक प्रयास कर रहे हैं पर स्थिति अभी भी अस्पष्ट बनी हुई है।
- गौरतलब है कि, शनिवार सुबह से घाघरा का जलस्तर अचानक घटने लग गया।
- गुरुवार को घाघरा का जलस्तर 106.446 था, जो शनिवार सुबह 10 सेमी घट कर 106.106 हो गया।
- बाँध को कटान से बचाने की बनाया गया कट इन वन का 180 मीटर हिस्सा और स्पर नंबर 1 का 150 मीटर हिस्सा नदी की लहरों में समां गया।
- इसके साथ ही बाँध के साइड का एक हिस्सा भी नीचे से हो रही कटान के चलते नदी में समां गया।
- वहीँ परसपुर क्षेत्र के अन्य एक बाँध सकरौर-भिखारीपुर बाँध में भी समस्या शुरू हो गयी है।
- शुक्रवार को बाँध के स्पर वन का करीब 80 मीटर हिस्सा कट गया, जिसके बाद बाँध के डेंजर ज़ोन को बांस के सहारे बैरीकेट कर दिया गया है।
- इसके साथ ही बाँध पर आवागमन को भी पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।