अभी हाल में ही शामली में मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए जवान अंकित को दो दिन ही बीते है जिसके बाद मुठभेड़ का एक और मामला सामने आया है जिसमें साफ देखा जा सकता है कि पुलिस के जो बड़े अधिकारी वह बुलेट प्रूफ से लैश है लेकिन अधिकारियों के पीछे तैनात सिपाही जो बिना बुलेट प्रूफ जैकेट के खड़े है.
दो दिन पहले जाबांज सिपाही अंकित मुठभेड के दौरान शहीद हो गए थे
शामली में मुठभे़ड़ के दौरान पुलिस के जवान अकिंत शहीद हो गये थे, अगर अंकित बुलेट प्रूफ जैकेट से लैश होते तो शायद वह हमारे बीच में होते, लेकिन पुलिस के पास शायद इतनी सुविधा नही है कि वह सिपाहियों को बुलेट प्रूफ जैकेट मुहैया करवा पाए.जब इस बारे में पुलिस अधिकारी से बात की गई तो वह मामले को टालते नजर आए, पुलिस की कॉन्बिग के दौरान बदमाश भाग गये, गौरतलब है कि यूपी के शामली जिला में अभी हाल ही में पुलिस और बदमाशों में मुठभेड़ हुई थी. इस मुठभेड़ में एक बदमाश सहित दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए थे. घायल पुलिसकर्मियों को एसपी शामली अजय पाल शर्मा ने मेरठ अस्पताल में कराया था. यहां जाबांज आरक्षी अंकित तोमर की इलाज के दौरान मौत हो गई थी.
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क्या था पूरा मामला-
गाजियाबाद के निवाड़ी थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर में लूट करके भाग रहे बदमाशों को घेर लिया तो वह गन्ने के खेतों की तरफ भाग गए. पुलिस और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़ में दोनों तरफ से फायरिंग हुई. हालांकि पुलिस टीम ने जब गन्ने के खेत की घेराबंदी की तो बदमाश तब तक भागने में कामयाब हो गए. करीब दो घंटे तक चली मुठभेड़ के दौरान पुलिस को निराशा हाथ लगी और टीम को खाली हाथ लौटना पड़ा.
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