मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में ‘खाकी’ का खौफ लगातार जारी है। ताबड़तोड़ हो रहे एनकाउंटर से अपराधियों में खौफ तो इस कदर कायम हुआ कि उनमें जमानतें निरस्त कराकर कोर्ट में सरेंडर करने की होड़ लग गई। अपराधियों में पुलिस का खौफ इस कदर व्याप्त हो गया कि वह जेल से बाहर आने में भी घबरा रहे हैं। जो अपराधी जेल के बाहर हैं वो अंडरग्राउंड हो गए हैं।
उत्तर प्रदेश में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में रविवार को पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि यूपी में छह अलग-अलग जगहों पर एनकाउंटर हुए। पिछले 12 घंटों में नोएडा-ग्रेनो में 3 मुठभेड़ हुईं हैं। नोएडा में हुए एनकाउंटर में इनामी बदमाश श्रवण चौधरी को मार गिराया गया। इसके साथ ही सहारनपुर, गाजियाबाद, दनकौर, मुजफ्फरनगर में भी पुलिस कार्रवाई की जानकारी मिली है। नए एसएसपी के आने के बाद बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई तेज हो गई है।
श्रवण पर दिल्ली और नोएडा में 50-50 हजार रुपये (कुल एक लाख) का इनाम रखा गया था। दोनों ही जगहों पर कई केस रजिस्टर थे। डीजीपी हेडक्वॉटर ने बताया कि श्रवण के पास से एके-47 जैसे खतरनाक हथियार मिले हैं। उसका एनकाउंटर नोएडा फेज 3 के पास हुआ। एक एनकाउंटर दनकौर में हुआ, वहां दो बदमाशों को गोली थी, दोनों फिलहाल पुलिस की गिरफ्त में हैं। दोनों नोएडा से ट्रक चोरी करके ला रहे थे। उनके दो अन्य साथी फिलहाल फरार हैं।
सहारनपुर-शामली के पास एनकाउंटर में 25 हजार का इनामी बदमाश अहसान उर्फ सलीम को मार गिराया गया। वह गंभीर रूप से घायल हुआ था, बाद में हॉस्पिटल में उसकी मौत हुई। उसके साथ एक और शख्स था, लेकिन वह भागने में कामयाब हुआ। पुलिस ने वहां से एक लाख रुपये, एक मोटरसाइकिल और एक पिस्टल बरामद की थी।
शनिवार रात एक एनकाउंटर गाजियाबाद में भी हुआ था। वहां राहुल नाम के क्रिमिनल को पकड़ा गया है। उस मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी घायल भी हुआ।वह मुठभेड़ एलएलटी बेहरामपुर के पास चेंकिग के दौरान हुई। वहां एक बाइक पर एक संदिग्ध युवक आता दिखा। पुलिस ने उसे रुकने का इशारा किया। युवक ने बाइक रोकी और पुलिस पर फायरिंग कर दी। एक गोली वहीं खड़े नरेश सिंह को लग गई।
इसके बाद पुलिस वालों ने बदमाश को घेरते हुए फायरिंग की। पुलिस की गोली उसकी जांघ में लगी। इसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया। गोली से घायल थाना प्रभारी व बदमाश को इलाज के लिए विजय नगर स्थित प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
बता दें कि गौतमबुद्ध नगर के नए एसएसपी अजय पाल शर्मा ने कुछ दिन पहले ही एक बयान में कहा था कि अपराधी या तो जिला छोड़ दें या जेल जाने की तैयारी कर लें। साथ ही पुलिस भी आम जनता के साथ अच्छा व्यवहार करें और लापरवाही में दोषी पाएं जाने पर पुलिसकर्मियों पर भी सख्त कार्यवाही की जाएगी। अजय पाल सिंह को एनकाउंटर मैन भी कहा जाता है।
एक साल में 1300 मुठभेड़, 44 अपराधी ढ़ेर
वर्तमान प्रदेश सरकार के एक साल के कार्यकाल में पुलिस व अपराधियों के बीच मुठभेड़ की 1300 घटनाएं हुईं, जिसमें 44 अपराधी मारे गए, 330 अपराधी घायल हुए और 3067 अपराधी गिरफ्तार किए गए। पुलिस ने अपने इस अभियान में अपराधियों की लगभग 150 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त भी की। इस एक साल में 44 अपराधियों के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने का प्रभाव ही माना जा रहा है कि अब तक लगभग साढ़े पांच हजार अपराधी कोर्ट में सरेंडर कर चुके हैं।