राजधानी लखनऊ के पारा के हंसखेड़ा में मुठभेड़ के बाद दबोचे गए बदमाश नरेश भाटी और कुल्दीप जाट नोएडा में एक बड़ी वारदात करने की तैयारी में थे। एसएसपी ने बताया कि दोनों ने पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुख्यात अनिल दुजाना की नोएडा में पेशी के दौरान हत्या की साजिश रची थी। अनिल दुजाना फिलहाल बांदा जेल में बंद है। मुठभेड़ की सूचना पाकर मौके पर एडीजी जोन अभय प्रसाद, आईजी जय नारायण सिंह, एसएसपी दीपक कुमार भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने घायल सिपाहियों को अस्पताल जाकर हालचाल लिया। एसएसपी ने बताया कि लखनऊ कैसे पहुंचे? यहां कब से थे? उनके पास से बरामद असलहे कहां से आए? कहीं वह किसी की सरपरस्ती में तो नहीं रुके थे? इस बारे में कुलदीप जाट से पूछताछ की जा रही है।
एसएसपी ने बताया कि अनिल दुजाना की हत्या के लिए बदमाशों ने बिहार के सीवान से कार्बाइन और नाइन एमएम की पिस्टल खरीदी थी। कार्बाइन और पिस्टल लेकर आते वक्त ही पुलिस को बदमाशों की खबर लग गई। इससे पहले 2 अगस्त 2015 को महानगर में कुकरैल बंधे के पास से बिहार के बाहुबली शहाबुद्दीन के शूटर शिवान निवासी सुमित सिंह को गिरफ्तार कर पुलिस ने कार्बाइन बरामद की थी। पुलिस सुमित और नरेश भाटी व कुलदीप जाट का कनेक्शन खंगाल रही है।
पुलिस को आशंका है कि कहीं बदमाशों ने तार शहाबुद्दीन से तो नहीं जुड़े हैं। एसएसपी ने बताया नरेश भाटी पर डकैती, हत्या और लूट के 25 से अधिक केस दर्ज हैं। 2 साल पहले शामली के बादलपुर से अपहरण और हत्या के मामले में उस पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था। हाल ही में उसने नोएडा में जिम ट्रेनर की सनसनीखेज हत्या करके पुलिस को चुनौती दी थी। मुठभेड़ में शामिल शामिल पुलिस टीम में इंस्पेक्टर सरोजिनी नगर धर्मेश कुमार शाही, एसआई संतोष सिंह, पारा थानाध्यक्ष अजय प्रकाश त्रिपाठी, एसआई अमरजीत सिंह, कांस्टेबल अरविंद मुकेश सहित अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।