मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में ‘खाकी’ का खौफ लगातार जारी है। ताबड़तोड़ हो रहे एनकाउंटर से अपराधियों में खौफ तो इस कदर कायम हुआ कि उनमें जमानतें निरस्त कराकर कोर्ट में सरेंडर करने की होड़ लग गई। अपराधियों में पुलिस का खौफ इस कदर व्याप्त हो गया कि वह जेल से बाहर आने में भी घबरा रहे हैं। जो अपराधी जेल के बाहर हैं वो अंडरग्राउंड हो गए हैं।
ताजा मामला राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी जिला का है। यहां डकैती की घटना को अंजाम देने जा रहे बदमाशों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हो गई। बदमाशों और पुलिस की तरफ से काफी देर तक फायरिंग हुई। इसमें 50-50 के दो इनामी बदमाश पुलिस की गोली लगने से घायल हो गए। जिन्हे पुलिस ने निकट के सीएचसी में भर्ती कराया यहां डॉक्टरों ने बदमाशों को मृत घोषित कर दिया। वहीं बदमाशों की फायरिंग में एक इन्स्पेक्टर, एक एसएसआई और एक आरक्षी भी गोली लगने से घायल हुए हैं जिन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुठभेड़ के दौरान करीब आधा दर्जन बदमाश भागने में सफल रहे जिनकी तलाश की जा रही है।
मरौठा पुल के पास हुई पुलिस से बदमाशों की मुठभेड़
जानकारी के मुताबिक, मुठभेड़ की ये वारदात रामनगर थाना क्षेत्र की है। पुलिस अधीक्षक (एसपी) बाराबंकी वीरेंद्र प्रताप श्रीवास्तव (वीपी श्रीवास्तव) ने बताया कि रामनगर पुलिस को क्षेत्र में कुछ बदमाशों के होने की सूचना मिली थी। चूंकि तड़के करीब 2:30 बजे पुलिस टीम रामनगर इलाके में गश्त पर थी। उसी दौरान सूचना मिली कि मोटरसाइकिल सवार बदमाश डकैती डालने के लिए रामनगर इलाके में जा रहे हैं। गस्त कर रही रामनगर पुलिस ने बदमाशों को मरौठा बहलौलपुर पुल के पास रोकने का प्रयास किया। खुद को घिरा देख उन्होंने पुलिस पर गोली चला दी और भागने का प्रयास करने लगे। मुठभेड़ की सूचना मिलते टिकैतनगर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। इस दौरान घंटों पुलिस और बदमाशों में गोलियां चलती रहीं।
गोली लगने से इंस्पेक्टर टिकैतनगर सहित तीन पुलिसकर्मी घायल
दोनों तरफ से हुई फायरिंग में गोलियों की तड़तड़ाहट से इलाका गूंज उठा। लोग दहशत में आ गए। इस दौरान पुलिस की गोली लगने से दो बदमाश घायल हो गए। घायल बदमाशों को पुलिस ने निकट सीएचसी में भर्ती कराया। यहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। घायल बदमाशों की जेब में मिले आधार कार्ड और पहचानपत्र से उनकी शिनाख्त बरेली निवासी मुशीर और उन्नाव निवासी इब्राहिम के रुप में हुई। एसपी ने बताया कि बदमाशों की गोली लगने से इन्स्पेक्टर टिकैतनगर केके मिश्रा को बांह में गोली लगी। एसएसआई रामनगर और यहीं तैनात एक आरक्षी को भी गोली लगी है। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बाबरिया गिरोह के थे मारे गए दोनों इनामी बदमाश
एसपी ने बताया कि मारे गए दोनों बदमाश घुमंतू बावरिया गिरोह के हैं। इनके खिलाफ सीतापुर, बाराबंकी, लखनऊ, बहराइच, उन्नाव सहित कई जिलों में करीब 18 डकैती, लूट और हत्या के मुकदमे दर्ज हैं। मारे गए बदमाशों के पास से एक पिस्टल ,एक तमंचा और बड़ी संख्या में कारतूस मिले हैं। इनकी गिरफ्तारी पर 50-50 हजार रुपए का इनाम था। एसपी ने बताया कि बदमाश किसी बड़ी डकैती की वारदात को अंजाम देने वाले थे, लेकिन पुलिस ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। पुलिस इसे बड़ी सफलता मान रही है। एसपी ने पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की बात कही है।