उत्तर प्रदेश में शराब बिक्री के अवैध कारोबार से सतर्क आबकारी विभाग 25 मई से एक्शन में आएगा। एक सप्ताह तक शराब बिक्री के अवैध ठिकानों पर विशेष अभियान चलाकर धरपकड़ के निर्देश दिये गए हैं। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे और पेट्रोल पंपों के आसपास स्थित ढाबों पर छापामारी की जानी है। अभियान की शुरुआत से पहले जोन स्तर पर टीम गठन और संदिग्ध स्थानों को चिंह्न्ति करने के निर्देश आबकारी आयुक्त धीरज साहू ने दिए हैं।
आबकारी आयुक्त ने कहा है कि विशेष अभियान 25 से 31 मई तक चला जाए। नए वित्तीय साल में शराब की दुकानों का संचालन शुरू होने के बाद विभाग का यह पहला अभियान होगा। इसमें शराब के अवैध निर्माण / बिक्री, तस्करी पर प्रभावी अंकुश लगाने, जहरीली शराब से लोगों की सुरक्षा करने की योजना बनी है। निर्देश दिया गया है कि ढाबों, होटलों, अवैध शराब बिक्री के अन्य संदिग्ध स्थानों के अलावा शराब व बीयर की लाइसेंसी दुकानों की भी आकस्मिक चेकिंग की जाए। इससे पहले संदिग्ध स्थानों को चिंह्न्ति कर उसकी सूची संबंधित एसपी व डीएम को देने के निर्देश दिए गए हैं।
होलोग्राम के नकली होने की भी आशंका
आबकारी आयुक्त की ओर से जारी निर्देश के बिंदु तीन पर गौर करें तो लाइसेंसी दुकानों पर अब भी नकली होलोग्राम लगी बोतलों के बिकने का संदेह विभाग को है। गौरतलब है कि होलोग्राम को पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया गया है। इसके स्थान पर अब शराब व बीयर की बोतलों पर बार कोड लग रहे हैं लेकिन, आयुक्त धीरज साहू ने जो निर्देश दिया है उसमें कहा गया है कि अनुज्ञापित दुकानों की रैंडम आधार पर जांच करके देखा जाए कि वहां अवैध/नकली होलोग्राम लगी शराब की बिक्री तो नहीं हो रही है।
अखिलेश ने साधा प्रशासन पर निशाना
मिलावटी शराब के कारोबार में सपा नेता के पकड़े जाने पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सपा नेता यह कारोबार कर रहा था तो जिले के डीएम और कप्तान क्या कर रहे थे। कानपुर देहात के नौबस्ता बसंत विहार में बातचीत के दौरान उन्होंने मिलावटी शराब से हुई मौतों के लिए प्रदेश सरकार जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि हरदोई में जहरीली शराब से हुई मौत के मामले में नेता किस दल है, यह किसी से छिपा नहीं है।