उत्तर प्रदेश सरकार ने गुमनामी बाबा का संग्रहालय बनाने की अनुमति दे दी है। यह संग्रहालय 1.5 करोड़ की लागत से बनाया जायेगा। बहुत से लोगों का यह भी मनना है कि गुमनामी बाबा ही नेता जी सुभाष चंद्रा बोस थे। फैजाबाद में बन रहे इस संग्रहालय में गुमनामी बाबा के बक्से से मिले सामान को संभालकर रखा जायेगा।
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- अखिलेश सरकार ने गुमनामी बाबा के बक्से से मिली चीजों की प्रदर्शनी के लिए 1.5 करोड़ के बजट की मांग की थी।
- आप को बता दें की गुमनामी बाबा एक रहस्यमयी साधू थे।
- गुमनामी बाबा 1985 से अयोध्या में बने राम मंदिर में रहते थे।
- गुमनामी बाबा की वास्तविक पहचान अभी तक नहीं हो पाई है।
- उन्हें ज्यादातर लोग नेता जी सुभाष चंद्र बोस ही मानते हैं।
- जनवरी 2013 में हाई-कोर्ट ने अपने एक आदेश में प्रदेश सरकार को यह निर्देश दिया था।
- फैजाबाद में गुमनामी बाबा के सामान के लिए एक संग्रहालय बनाया जाये।
- उसे किसी योग्य व्यक्ति के संरक्षण में रखा जाये।
- नेता जी सुभाष चंद्रा बोसे के परिजनों ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की।
- नेता जी के परिजनों ने मुख्यमंत्री से अपील की कि गुमनामी बाबा का स्मारक फैजाबाद में बने।
- मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद नेताजी के परिवार ने ख़ुशी जाहिर की।
- नेता जी के परिजनों ने कहा कि मुख्यमंत्री के आश्वासन से वे लोग संतुष्ठ हैं।
- सीएम ने उन्हें आश्वस्त किया कि म्यूजियम बनवाया जाएगा।
- गुमनामी बाबा के संग्रहालय में गुमनामी बाबा के सामानों की फोटोग्राफी की जाएगी।
- सरकार गुमनामी बाबा के सामानों की वीडियोग्राफी कराने के साथ सामानों की इन्वेन्ट्री तैयार करेगी।
- सामानों के परीक्षण के बाद उनका रासायनिक ट्रीटमेंट कराया जायेगा
- गुमनामी बाबा के संग्रहालय में बाबा का सामान रखने के लिए खास तरह की नवीन गैलरियों का निर्माण कराया जाएगा।
- इसके बाद बाबा के सामानों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी
- जिसे सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित भी किया जाएगा।
- गुमनामी बाबा के सामान की सुरक्षा के लिए सशस्त्र पुलिस बल भी तैनात रहेगा।
- इसे गुमनामी बाबा की अमूल धरोहर के रूप में देखा जा रहा है।
हम उम्मीद करते हैं कि बाबा के सामानों के परीक्षण के साथ ही उस रहस्य से भी पर्दा उठ सकेगा कि क्या गुमनामी बाबा ही नेता जी सुभाषचंद्र बोस हैं?