राजधानी लखनऊ के हसनगंज इलाके से पिछली 6 मई 2017 को सुबह तड़के पुलिस ने पौंटी चड्ढा ग्रुप की 7.5 करोड़ रुपये की नई करेंसी पकड़ी थी। यह रकम दो लक्जरी गाड़ियों में ले जाये जा रहे 7 गत्ते में बरामद की थी। पुलिस ने तीन लोगों को भी हिरासत में लिया था।
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- इस बरामदगी का रात का Exclusive वीडियो हमारे हाथ लगा है।
- बता दें कि इस मामले में पकड़ा गया अतुल भाटिया पुलिस कस्टडी से भाग गया था।
- सूत्रों के मुताबिक, पौंटी चड्ढा ग्रुप के गार्डों ने पुलिस को एक लाख रूपये ऑफर भी दिया गया।
- यह रकम ड्राइवर की गद्दी के पास रखी थी।
- लेकिन फजीहत और कार्रवाई के डर से पुलिस ने यह रकम नहीं ली थी।
यह था पूरा मामला
- गौरतलब है कि राजधानी के हसनगंज इलाके में 6 मई को सुबह डालीगंज पुल पर पुलिस ने चेकिंग के दौरान दो लग्जरी कारों से ले जाई जा रही पौंटी चड्ढा ग्रुप की 7.5 करोड़ रुपये की नई करेंसी बरामद कर तीन लोगों को हिरासत में लिया था।
- गाड़ियों की जांच के दौरान सात बंद गत्ते की पेटियां बरामद हुई, जिसे पूरी तरह सील कर दिया गया था।
- यह रकम उत्तराखंड के हल्द्धानी ले जाई जा रही थी।
- आयकर अधिकारियों के मुताबिक, पकड़े गये कर्मचारियों में राजेश, अवधेश और एसोसिएशन का प्रमुख अतुल भाटिया था।
- आयकर अधिकारियों ने इस रकम को कालाधन घोषित कर दिया।
- अतुल भाटिया से शिवशक्ति ट्रेडर्स के सीनियर मैनेजर के तौर पूछताछ की गई।
लगातार हो रही धनकुबेरों के खिलाफ कार्रवाई
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काले कुबेरों के खिलाफ छेड़े अभियान में कई धन कुबेर देश भर में अबतक पकड़ में आ चुके हैं। लेकिन यूपी में पकड़े जा रहे नोटों से शायद लग रहा है कि, अब भी यहां के काले धन कुबेर सरकार की आंखों में धुल झोंकने का काम कर रहे हैं।
- हसनगंज स्थित डालीगंज पुल पर पुलिस चेकिंग कर रही थी।
- इसी दौरान उन्हें सूचना मिली की दो लग्जरी कारों से करोड़ों का धन बहार भेजा जा रहा है।
- सूचना मिलते ही पुलिस ने सक्रियता दिखाई और दो कारों को चेकिंग के दौरान पकड़ लिया।
- गाड़ियों की जांच के दौरान सात बंद गत्ते बरामद हुए, जिसे पूरी तरह सील करके रखा गया था।
उत्तराखंड के हल्द्वानी ले जाई जा रही थी रकम
- मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने जब ड्राइवर से इस बाबत पूछताछ की तो मालूम चला कि दोनों गाड़ियां पौंटी चड्ढा ग्रुप की है और इसे वह उत्तराखंड के हल्द्धानी ले जाया जा रहा था।
- सूत्रों की माने तो चड्ढा ग्रुप के तीनों कर्मचारियों ने पूछाताछ में बताया कि गाड़ियों में नोटों से भरे गत्ते हैं, जिन्हें हल्द्धानी पहुंचाना था।
- हालांकि अभी भी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बरामद करीब साढ़े सात करोड़ की रकम किसे भेजी जा रही थी।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
- हालांकि इस मामले में हसनगंज थाना प्रभारी सतीश सिन्हा ने बताया कि उन्होंने आज ही थाने का चार्ज लिया है, मामले को समझने के बाद ही कुछ बता पाएंगे।
- वहीं आयकर के उपनिदेशक (जांच) प्रमोद कुमार ने बताया कि मामले में बरामद रकम सरकारी खाते में जमा करा दी गई थी।
- उन्होंने अपनी पूरी कार्रवाई करके पकड़े गए लोगों को पुलिस के सुपुर्द कर दिया था।
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