श्रीराम कि नगरी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण मे आ रही बाधाओं और राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के वजू कार्यक्रम के विरोध में आज संतों ने सरयू नदी का 51 लीटर दूध से शुद्धिकरण किया. गौरतलब हैं कि इससे पहले बीते दिन अयोध्या कि प्रसिद्ध सरयू नदी मे राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने वजू कार्यक्रम का आयोजन किया था जिसपर विवाद के बाद पुलिस ने अघोषित तौर पर रोक लगा दी थी.
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच के कार्यक्रम के विरोध में आज हुआ दुग्धाभिषेक:
फैजाबाद जिले के अयोध्या ने आज संतों ने सरयू नदी का शुद्धिकरण किया. अयोध्या के महंत दिलीप दास कि अध्यक्षता में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें अयोध्या के कई संत शामिल हुए. संतों ने सरयू तट पर एकत्र होकर 51 लीटर गाय के दूध से सरयू का दुग्धाभिषेक किया.
इस दौरान संतों ने सरयू के जल में जाकर उसका अभिषेक करते हुए अयोध्या की पवित्रता बनाने रखने की प्रार्थना की. इसके अलावा अयोध्या में जल्द राम मंदिर निर्माण की भी प्रार्थना की.
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने सरयू मे वजू करने का किया था ऐलान:
गौरतलब है कि इससे पहले राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने भी सरयू तट पर वजू करने का एलान किया था. कार्यक्रम कल निर्धारित भी था लेकिन संतों के विवाद के बाद इसे रुकवा दिया गया था. इसी कड़ी में आज का सरयू शुद्धिकरण का कार्यक्रम रखा गया.
बता दें कि 12 जुलाई को अयोध्या में एक नमाज कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस कार्यक्रम में यह प्रस्तावित था कि मुस्लिम समुदाय के लोग सरयू नदी में वजू करेंगे और वहीं तट पर नमाज पढ़ेंगे. यह कार्यक्रम मुस्लिम राष्ट्रीय मंच द्वारा आयोजित किया गया. यह संगठन आरएसएस से जुड़े स्वामी इंद्रेश का है.
संत की आत्मदाह की धमकी के बाद जगह स्थानांतरित:
लेकिन सरयू तट पर इस कार्यक्रम के आयोजन को लेकर कुछ संतों और हनुमानगढ़ी के पुजारी राजू दास ने विरोध शुरू कर दिया. राजू दास ने चेतावनी दी कि अगर ऐसा कार्यक्रम होता है तो वह आत्मदाह कर लेंगे. संतों के विरोध को देखते हुए कार्यक्रम को नौ गजी मजार पर स्थानांतरित कर दिया गया था.
आज इसी मामले को लेकर सरयू के शुद्धिकरण के बाद महंत दिलीप दास ने कहा कि सरयू में स्नान का बड़ा महत्व है. इसलिए सरयू में वजू नहीं किया जा सकता.
कार्यक्रम मे महंत दिलीप दास के अलावा अंगद दास, वरुण दास, राम प्रकाश दास, राजीव लोचन दास सहित कई सन्त और अन्तराष्ट्रीय हिन्दू परिषद भी शामिल हुआ.