अयोध्या में राम मन्दिर निर्माण और अयोध्या के चहुमुखी विकास को लेकर महंत सुरेश दास आज सीएम योगी से मिले. महंत सुरेश दास सहित अन्य कई पुजारी भी राम मंदिर मसले को लेकर मुख्यमंत्री योगी के साथ उनके सरकारी आवास पर बैठक कर रहे हैं.
सीएम आवास पर बैठक:
सुबह 9:30 बजे योगी आदित्यनाथ से अयोध्या के कई संत मिलें. विधायक वेदप्रकाश और महंत सुरेश दास के नेतृत्व में लखनऊ के सरकारी आवास पर संतों को मिलने बुलाया गया. साधु संत ने अयोध्या के चहुमुखी विकास के एजेंडे को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात की.
इसके अलावा महंत सुरेश दास सहित पुजारियों का एक समूह आज अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर रहा है. इस मसले में इनका एक टुक कहना हैं कि ‘मंदिर के मामले को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। यदि यह नहीं लिया जाता है, तो हम देखेंगे कि 201 9 में क्या करना है।’
बहरहाल अभी सीएम योगी के साथ अयोध्या में बैठक चल रही है।
बता दें कि अयोध्या के महंत सुरेश दास ने राम मंदिर को लेकर केंद्र सरकार को सीधे चुनौती दी है। दिगंबर अखाड़े के महंत ने कहा है कि अगर भाजपा 2019 में फिर से सत्ता में आना चाहती है तो उसे राम मंदिर बनाना ही होगा।
उन्होंने आगे चेतावनी भी दी कि अगर वह ऐसा नहीं करते तो हम भाजपा के खिलाफ आंदोलन शुरू करेंगे जिससे उनकी हार तय होगी।
केन्द्रीय मंत्री के बयान के बाद महंत की प्रतिक्रिया:
महंत सुरेश दास ने ये प्रतिक्रिया केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के उस बयान पर दी थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि 2019 के चुनाव में भाजपा का एकमात्र एजेंडा विकास ही होगा।
गौरतलब हैं कि कुछ दिन पहले गोवा के पणजी में आयोजित ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से जब राम मंदिर बनवाने के मुद्दे पर सवाल किया गया था, तो उन्होंने साफतौर पर नकारते हुए ये कहा कि 2019 के चुनावों में हिंदुत्व और ‘राम मंदिर’ के मुद्दों के लिए कोई जगह नहीं होगी, सिर्फ विकास ही हमारा एक सूत्रीय एजेंडा होगा।
इसी बयान के बाद राम मंदिर निर्माण की आस में बैठे महंतों और पुजारियों ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए आज सीएम योगी के साथ बैठक का निर्णय लिया.
बहरहाल इस बैठक में सीएम योगी महंतों को कितना संतुष्ट कर पाते हैं, ये भी बैठक खत्म होने के साथ ज्ञात हो जायेगा.