लखनऊ में पकड़े गए नकली नोट छापने वाले गिरोह के सदस्य सोशल मीडिया के जरिये एक दूसरे से जुड़े थे- यूट्यूब से सीखा जाली नोट छापना

लखनऊ में पकड़े गए नकली नोट छापने वाले गिरोह के सदस्य सोशल मीडिया के जरिये एक दूसरे से जुड़े थे। उन्होंने यूट्यूब के जरिये नोट छापना सीखा और पिछले चार साल से लाखों-करोड़ों के जाली नोट बाजार में खपा चुके हैं।

गिरोह के मुख्य सदस्य रवि प्रकाश और उत्कर्ष द्विवेदी हैं। वे लखनऊ के विराजखंड स्थित होटल पार्क व्यू इन में जाली नोट छापते थे। उनके साथ दिल्ली का विकास भारद्वाज भी शामिल था। वह जाली नोटों को अलग-अलग राज्यों में सप्लाई करता था।

पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल खंगाले तो कई अहम सुबूत सामने आए। व्हाट्सएप ग्रुप में अलग-अलग राज्यों के लोग जुड़े हुए हैं। तमाम एजेंट इन्हीं ग्रुपों में जाली नोट की मांग करते हैं। पैसे खाते में भेजते हैं, उसके एवज में जाली नोट आरोपी उनको पहुंचा देते हैं।

पुलिस ने आरोपियों के पास से 500 के 640 नोट, 200 रुपये के तीन और 100 रुपये के दो जाली नोट बरामद किए। प्रिंटर, लैपटॉप, लेमिनेशन मशीन, 200 रुपये के 23 पन्ने प्रिंटेड, 8 पेज 100 रुपये के व 41 पेज 500 रुपये के प्रिंटेड मिले। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की फोटो बनी मुहर, केमिकल की सीसी, आदि चीजें बरामद हुईं।

पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ जारी है।

 

पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल खंगाले तो कई अहम सुबूत सामने आए। व्हाट्सएप ग्रुप में अलग-अलग राज्यों के लोग जुड़े हैं। तमाम एजेंट इन्हीं ग्रुपों में जाली नोट की मांग करते हैं। पैसे खाते में भेजते हैं, उसके एवज में जाली नोट आरोपी उनको पहुंचा देते हैं। बीस हजार में एक लाख रुपये के नकली नोट देते थे।

गिरोह का अहम किरदार पकड़ से दूर

एसीपी अलीगंज आशुतोष कुमार ने बताया कि आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि एक शख्स कुछ साल पहले मिला था, जिसने व्हाट्सएप पर उनको एक पीडीएफ भेजा था। इसमें 500, 200 और 100 रुपये का प्रोफार्मा था। बस उसी को ये कागज पर प्रिंट करते थे। पुलिस इस शख्स को असल किरदार मान रही है। पुलिस ने उसके बारे में पूरी जानकारी जुटा ली है। अभी उसका नाम व अन्य जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। सूत्रों के मुताबिक वह गिरोह से जुड़ा हुआ है। नोट सप्लाई में उसका भी हाथ है।

चिनहट में खपाए बीस हजार के नोट

आरोपियों ने बताया कि पिछले महीने उन्होंने 20 हजार रुपये के जाली नोट चिनहट इलाके में खपाए थे। आरोपियों के पास से 500 के 640 नोट, 200 रुपये के तीन और 100 रुपये के दो जाली नोट बरामद हुए। प्रिंटर, लैपटॉप, लेमिनेशन मशीन, 200 रुपये के 23 पन्ने प्रिंटेड, 8 पेज 100 रुपये के व 41 पेज 500 रुपये के प्रिंटेड मिले। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की फोटो बनी मुहर, केमिकल की सीसी, आदि चीजें बरामद हुईं।

क्या होटल प्रशासन भी मिला है?

पुलिस का दावा है कि आरोपी होटल पार्क व्यू इन में जाली नोट छापते थे। पूरी बरामदगी वहीं से हुई। हालांकि जहां पर आरोपी रहते थे वहां भी नोट छापने का काम करते थे।

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