श्रावस्ती जिले में झोलाछाप डॉक्टरों का बोलबाला है. यहाँ कई फर्जी डॉक्टरों ने अपने प्राइवेट क्लिनिक और मेडिकल स्टोर खोल रखे हैं वहीं लगातार लोगों कि जान के दुश्मन बने हुए हैं. लेकिन न तो इनके उप्पर पुलिस और न हीं प्रशासन कार्रवाई करती है. जिससे इन झोलाछाप डॉक्टरों का धंधा बेखुफ़ चलता रहता हैं.
बिना डिग्री कर रहे इलाज:
देश में मेडिकल साइंस ने भले ही खूब तरक्की कर ली हो, भले ही हमारे देश के अस्पताल और डॉक्टरों का दुनिया लोहा मानती हो, लेकिन दूर दराज और ग्रामीण इलाकों में आज भी हालात बेहद खराब हैं. यहां ना अच्छे डॉक्टर्स हैं और ना ही अच्छे अस्पताल. जो कुछ अच्छे प्राइवेट अस्पताल हैं भी उनमें इलाज कराना हर एक के बस की बात नहीं है.
ऐसे में लोगों के पास ले दे कर सिर्फ एक ही विकल्प बचता है और वो है झोलछाप डॉक्टर्स। बिना डिग्री के लोगों को अपने झांसे मे लेने की कला में माहिर इन झोलाछाप डॉक्टर्स का जाल पूरे जिले में फैला हुआ है और मजाक की बात ये है कि इतने कठोर नियमों के बाद भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती, हां कभी कभार मीडिया के दबाव में आकर खानापूर्ति की जाती है.
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फर्जी इलाज से हर रोज कमा रहे हजारों:
श्रावस्ती जिले के इकौना थाना क्षेत्र के वीरपुर चौराहेे पर अपनी दुकान पर बैठकर लोगों का इलाज करने वाले इस झोलाछाप डॉक्टर का नाम है शेख जुनेद अहमद. इस फर्जी डॉक्टर के पास ऐसी कोई भी डिग्री नहीं है जिसके आधार पर लोगो का इलाज कर सके.
लोगों को अपने झांसे में लेकर लोगों इलाज करने वाले इस डॉक्टर के पास आज लाखो की कोठी है. उसके घर पर बोर्ड भी गज़ब का लगा है, शेख पाली क्लिनिक.
वैसे किसी डॉक्टर का ऐसा आलिशान मकान होना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन एक झोलाछाप डॉक्टर का ऐसा मकान होना बड़ी बात है. वहीँ इस फर्जी डॉक्टर ने बताया कि उसके पास कई डिग्रियां हैं. लेकिन कौन सी डिग्री है ये बता पाना उसके लिए भी मुस्किल रहा. हालांकि इस फर्जी डोक्टर के पास जो भी डिग्री है, फर्जी है. क्योंकि रजिस्ट्रेशन ना होने की वजह से इसकी कोई मान्यता नहीं है. वहीं बिना किसी मान्य डिग्री के शेख जुनेद अहमद सालों से लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहा है.
जब मीडियाकर्मियों की टीम मौके पर पहुंची तो डॉक्टर साहब नदारद मिले. लेकिन उनकी पत्नी से मुलाक़ात हुई. डॉक्टर की पत्नी ने बताया कि अभी उनके पति पढ़ाई कर रहे है. यानि उनकी डिग्री फर्जी पूरी तरह फर्जी है.
गलत इंजेक्शन से बच्चा हुआ विकलांग:
वैसे ये जिले के एक डॉक्टर की क्लिनिक का हाल नहीं है. श्रावस्ती में हजारो क्लीनिक और मेडिकल स्टोर फर्जी चलाकर ऐसे झोलाछाप डॉक्टर लोगो की जान से खिलवाड़ कर रहे है।
वहीं जिले के मल्हीपुर का भी एक ऐसा ही मामला सामने आया, जिसमे एक नाबालिक को झोलाछाप डॉक्टर ने इंजेक्शन लगा दिया. जिससे लड़का अपंग हो गया. पीड़ित परिवार अस्पताल पंहुचा तो वहाँ डॉक्टरों ने बताया कि गलत इंजेक्शन लगने की वजह से लड़का अपंग हो गया . जिसपर परिजनों ने थाने से लेकर आलाधिकारियों तक न्याय की गुहार लगाई लेकिन उस झोलाछाप डॉक्टर पर कोई कार्रवाई नही हुई।
इन सब झोलाछाप डॉक्टरों पर अधिकारियों की मेहरबानी बराबर बनी रहती है. अब ऐसे में इन झोलाछाप डॉक्टरों पर कौन कार्रवाई करेगा ये बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है.